नई दिल्ली: पहाड़ी राज्य हिमाचल में आज चुनाव प्रचार थम जाएगा. प्रचार के आखिरी दिन आज कांग्रेस और बीजेपी दोनों पूरा जोर लगाने वाली है. हिमाचल प्रदेश में 1990 के बाद ऐसा कभी नहीं हुआ है कि एक ही पार्टी लगातार दो बार सरकार बना ले. ऐसे में जहां वीरभद्र पर परंपरा बदलकर इतिहास रचने की कोशिश में हैं तो बीजेपी के सीएम उम्मीदवार प्रेम कुमार धूमल परंपरा की बुनियाद पर ही बड़ी जीत की कोशिश में हैं.
चुनाव से जुड़ी से अहम जानकारी
- हिमाचल की सभी 68 सीटों पर गुरुवार को वोट डाले जाएंगे
- 8 दिसंबर को हिमाचल चुनाव के नतीजे आएंगे
- 2012 में कांग्रेस को 36, बीजेपी को 26 और अन्य को 6 सीटें मिली थीं
- कांग्रेस से सीएम उम्मीदवार वीरभद्र सिंह अर्की से लड़ रहे हैं
- धूमल हमीरपुर की सुजानपुर सीट से उम्मीदवार हैं
- धर्मशाला में सबसे ज्यादा 12 उम्मीदवार मैदान में हैं
बेटे विक्रमादित्य सिंह के लिए वीरभद्र सिंह अपनी सीट शिमला ग्रामीण छोड़कर अर्की से चुनाव लड़ रहे हैं. आज प्रचार के आखिरी दिन वीरभद्र अपनी और अपने बेटे दोनों सीट पर प्रचार करने वाले हैं. 'हिमाचल मांगे हिसाब' के नारे के साथ बीजेपी एक ओर कांग्रेस पर भ्रष्टाचार का मुद्दा उठा रही है तो कांग्रेस नोटबंदी, जीएसटी, महंगाई और बेरोजगारी को लेकर बीजेपी पर हमले कर रही है.