शिमला: पहाड़ी राज्य हिमाचल प्रदेश में विधानसभा चुनाव के लिए आज वोटिंग होगी. प्रदेश की सभी 68 विधानसभा सीटों पर कांग्रेस और बीजेपी के बीच मुकाबला है. मैदान में 62 विधायकों सहित 337 उम्मीदवार अपनी किस्मत आजमा रहे हैं.


मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह, 10 मंत्री, आठ मुख्य संसदीय सचिव, विधानसभा के उपाध्यक्ष जगत सिंह नेगी, पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल और एक दर्जन से ज्यादा पूर्व मंत्री समेत अन्य चुनावी मुकाबले में हैं.


समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक हिमाचल प्रदेश में इस बार रिकॉर्ड वोटिंग हुई है. शाम पांच बजे तक 74 फीसदी लोगों ने अपने मत अधिकार का प्रयोग किया है. बता दें कि हिमाचल प्रदेश चुनाव के नतीजे 18 दिसंबर को घोषित किए जाएंगे.




  • बीजेपी सांसद अनुराग ठाकुर ने आज कहा है कि आज कांग्रेस से मुक्ति का दिन है.

  • सुखराम ने एबीपी न्यूज़ से कहा, ''कांग्रेस छोड़ कर मेरे बेटे ने ठीक किया. कांग्रेस के नेता ने जो मेरा अपमान किया गया उससे मेरे बेटे को अच्छा नहीं लगा. मैं राहुल गांधी की रैली के लिए दिल्ली से आया था लेकिन यहां पहुंचने के बाद पता चला कि वीरभद्र सिंह ने कहा है कि अगर पंडित सुखराम आएंगे तो मैं नहीं जाऊंगा. कांग्रेस छोड़ने का फैसला दुखद था लेकिन कांग्रेस ने हमारे लिए सारे दरवाजे बपंद कर दिए थे. बीजेपी ही अब देशभर में कांग्रेस का सशक्त विकल्प है. बीजेपी अब सांप्रदायिक पार्टी नहीं है.''

  • सुखराम और उनके बेटे अनिल शर्मा ने मंडी में वोट डाला.

  • पूर्व दूर संचार मंत्री सुखराम ने मंडी के एक मंदिर में पूजा पाठ की. सुखराम हाल ही कांग्रेस छोड़ कर बीजेपी में शामिल हुए हैं. सुखराम के बेटे अनिल शर्मा मंडी सदर सीट से
    बीजेपी के टिकट पर मैदान में हैं. अनिल शर्मा ने एबीपी न्यूज़ से बात करते हुए कहा- कांग्रेस पार्टी में मेरे पिता का अपमान किया गया. इसलिए मैंने बीजेपी को छोड़ दिया. कांग्रेस पार्टी अब सिर्फ वीरभद्र सिंह पार्टी हो गई है. मोदी जी ने देश एक क्रांति लाई हुई है.

  • बिलासपुर से कांग्रेस उम्मीदवार बंबर ठाकुर ने वोटिंग से पहले घर में पूजा की. कहा- जनता ने कहा तभी चुनाव लड़ा, मैंने जितना काम करवाया उतना किसी ने नहीं करवाया.

  • हिमाचल में आठ बजे वोटिंग शुरू हो गई है, 12 राज्यों की 68 सीटों भाग्य आज ईवीएम में कैट हो जाएगा.

  • प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर ज्यादा से ज्यादा वोट करने की अपील की.







क्या हैं तैयारियां?
चुनाव के लिए 7,525 मतदान केंद्र बनाए गए हैं, पुलिस और होमगार्ड के 17,850 कर्मी तैनात हैं. केंद्रीय अर्द्धसैन्य बलों की 65 कंपनियां तैनात की गयी हैं। चुनाव की लाइव मॉनिटरिंग के लिए 2307 मतदान केंद्रों पर वेब कास्टिंग का इस्तेमाल होगा. राज्य में करीब 50 लाख वोटर हैं और 337 उम्मीदवार किस्मत आजमा रहे हैं. राज्य में पहली बार 11050 VVPAT मशीनों का इस्तेमाल होगा.


क्यों अहम है हिमाचल का चुनाव?
जीएसटी के बाद पहला चुनाव हो रहा है. इसके साथ ही सिर्फ 6 राज्यों में बची कांग्रेस पर सत्ता बचाने की चुनौती है. यहां बीजेपी 5 साल से सत्ता से दूर है, उसके समाने वापसी की चुनौती है. बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह के चुनाव प्रबंधन की परीक्षा है, अमित शाह ने लगातार कई रैलियां की हैं. दोनों पार्टियों ने बुजुर्गों नेताओं पर दांव लगाया है. इसे 2019 लोकसभा चुनाव के सेमीफाइनक के तौर पर भी देखा जा रहा है.


कहां से चुनाव लड़ रहे हैं दोनों सीएम उम्मीदवार?
मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह और पूर्व मुख्यमंत्री धूमल दोनों अपनी सीट बदल चुके हैं और अरकी और सुजानपुर से लड़ रहे हैं. मंडी सदर सीट से पूर्व दूरसंचार मंत्री सुखराम के बेटे अनिल शर्मा (बीजेपी) के खिलाफ कांग्रेस के मंत्री कौल सिंह ठाकुर की बेटी चंपा ठाकुर किस्मत आजमा रही हैं.


वर्तमान में किसके पास कितनी सीटें
वर्तमान में राज्य की 68 सदस्यीय विधानसभा में कांग्रेस और बीजेपी के क्रमश: 35 और 28 विधायकों के साथ चार निर्दलीय हैं और एक सीट खाली है. चुनावों में 180 से ज्यादा निर्दलीय और कांग्रेस के एक दर्जन से ज्यादा बागी मुकाबले में हैं. कुल 50,25,941 योग्य मतदाता हैं. राज्य में 7,525 मतदान केंद्र बनाए गए हैं.


मुख्य निर्वाचन अधिकारी पुष्पेंद्र राजपूत ने बताया कि सुरक्षा के लिए पुलिस और होमगार्ड के 17,850 कर्मियों के अलावा केंद्रीय अर्द्धसैन्य बल की 65 कंपनियां तैनात की गयी है. समूचे राज्य में 29 जनरल, तीन पुलिस, 22 व्यय पर्यवेक्षक और 71 सहायक व्यय पर्यवेक्षक, 1561 माइक्रो पर्यवेक्षकों के साथ 193 सेक्टर मजिस्ट्रेट और 789 सेक्टर ऑफिसर तैनात किये गए हैं.