"हिमाचल प्रदेश का चुनाव इस बार प्रदेश की जनता लड़ रही है, इसलिए जनता के मुद्दों पर वोट पड़ेगा. पुरानी पेंशन, रोजगार, महंगाई से राहत और महिलाओं को आर्थिक मदद की गारंटी के साथ आ रही है कांग्रेस" प्रियंका गांधी की ये आत्मविश्वास से भरी आवाज हिमाचल विधानसभा में चुनावी प्रचार के दौरान यहां के कांग्रेसी कार्यकर्ताओं और जनता में जोश भरती रहीं.


पूरे जोर-शोर से  इंदिरा की पोती यहां अपनी पार्टी को सत्ता में लाने की कोशिशें करती नजर आई. आखिर उनकी कोशिशें रंग लाई और हिमाचल में कांग्रेस की वापसी हो पाई. सूबे की 68 विधानसभा सीटों के लिए 8 दिसंबर को हुई मतगणना में कांग्रेस ने बीजेपी पर बढ़त बनाकर जीत हासिल कर ली. 




मुकाबला रहा कड़ा


हिमाचल विधानसभा चुनावों में सत्ता पर काबिज बीजेपी और कांग्रेस में कड़ी टक्कर थी. खबर लिखे जाने तक 68 सीट में से कांग्रेस ने 40 सीट तो बीजेपी के खाते में 24 सीटें रही. अन्य राजनीतिक दलों को 3 सीट मिली, तो आप यहां खाता भी नहीं खोल पाई. सूबे में कांग्रेस के लिए जीत आसान नहीं थी, लेकिन ये जीत प्रियंका गांधी ने आसान बनाई. पार्टी के महासचिव की रोल उन्होंने बखूबी निभाया.






वहीं प्रियंका ने हिमाचल की जनता को कांग्रेस के पक्ष में करने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ी. वो यहां प्रचार बंद होने से पहले के आखिर वक्त तक मोर्चा संभाले रहीं. सोनिया गांधी ने सेहत की वजह से प्रचार से दूरी ही बनाए रखी तो राहुल गांधी भारत जोड़ो यात्रा में बिजी रहे, ऐसे में अपने दम पर अकेले ही हिमाचल में मोर्चा संभाले रहीं.






ऐसे वक्त में जब सूबे में सत्ता पर काबिज बीजेपी यहां दोबारा सरकार बनाने की पुरजोर कोशिशों में लगी थी. शायद यहां कांग्रेस के विपरीत हालातों में टिके रहने के पीछे वो पुराना यकीन काम करता रहा कि सूबे में हर पांच साल में सत्ता परिवर्तन की परंपरा है. कांग्रेस महासचिव गांधी इस पर टिकी रहीं. बीजेपी की अग्निवीर योजना से नाराज चल रहे सूबे की युवाओं की नब्ज कांग्रेस ने पकड़ी. बीजेपी की बागियों ने भी कांग्रेस की रणनीति को धार दी. इस पर सोने पर सुहागा ये हुआ कि पार्टी ने प्रचार की कमान स्टार कैंपेनर प्रियंका को दी.






परिवर्तन प्रतिज्ञा रैली ने किया कमाल 


जैसे ही हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनावों की तारीखों का ऐलान हुआ प्रियंका गांधी ने 31 अक्टूबर को ही सूबे में परिवर्तन प्रतिज्ञा रैली के तहत पहली रैली कर डाली. उनकी सूबे के 4 संसदीय क्षेत्रों में एक रैली रखी गई थी. मंडी की पहली रैली में प्रियंका ने बीजेपी के खिलाफ जो मोर्चा खोला वो आखिर तक चलता रहा. 


मंडी रैली में उन्होंने कहा था सरकार बदलने से नेताओं का दिमाग ठीक रहता है और सच में सूबे की जनता ने ये कर दिखाया और उन्होंने बीजेपी की सरकार बदल डाली. उन्होंने अपनी रैलियों में हिमाचल की जनता से वादा किया कि कांग्रेस की सरकार बनते ही कैबिनेट की पहली मीटिंग में एक लाख युवाओं को रोजगार देने के फैसले को अमलीजामा पहनाया जाएगा.


इसके लिए उन्होंने छत्तीसगढ़ का उदाहरण देते हुए कहा कि वहां पार्टी ने किसानों की कर्ज माफी का वादा पहले ही दिन पूरा किया था. कांगड़ा, सोलन ऊना, सिरमौर के सतौन में जनसभा को संबोधित किया. उनका साथ राजस्थान के पूर्व डिप्टी सीएम और सूबे के चुनाव पर्यवेक्षक सचिन पायलट ने 16 धुआंधार रैलियां कीं. आखिरकार कांग्रेस को जीत का फल मिला. कांग्रेस की सूबे में जीत से प्रियंका के राजनीतिक कद में भी इजाफा हुआ है.






यूपी की कसर पूरी की


साल 2022 के यूपी चुनावों में भी प्रियंका गांधी ने पार्टी को जीत दिलाने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ी थी, लेकिन पार्टी केवल 2 सीटों पर जीत हासिल कर पाई थी. इस सूबे में कांग्रेस के कमजोर प्रदर्शन से प्रिंयका पर सवाल उठाए गए थे, लेकिन हिमाचल में जीत हासिल कर प्रियंका ने वो कसर पूरी कर दी है.


हिमाचल में यूपी की तुलना में कांग्रेस के हालात उतने खराब नहीं थे, लेकिन पार्टी के सभी धड़ों को संभालने, पार्टी के बाागियों को समझाने के काम को प्रियंका ने बखूबी अंजाम दिया. पार्टी की वहां ओल्ड पेंशन स्कीम, सेब की खेती जैसे स्थानीय मुद्दों  को लेकर चुनाव लड़ने की रणनीति खूब काम आई. प्रियंका के साथ पार्टी के हिमाचल प्रभारी राजीव शुक्ला का माइक्रो मैनेजमेंट सूबे में पार्टी को जीत का आंकड़ा दिलाने में कामयाब रहा.







हिमाचल में प्रचार के दौरान क्या-क्या कहा प्रियंका ने


प्रियंका गांधी ने अपने ट्विटर हैंडल पर अपनी रैलियों और बातों को पोस्ट किया है. खास बात है कि ये सभी ट्वीट हिंदी में किए गए हैं. उन्होंने उस दौरान कई वीडियो भी पोस्ट किए. प्रियंका ने ट्वीट किया- "बीजेपी ने हिमाचल में भयंकर बेरोजगारी पैदा कर दी है. आज हिमाचल का हर दूसरा युवा बेरोजगार है. बीजेपी ने नौकरियां नहीं दीं और भर्तियों में जमकर भ्रष्टाचार भी किया. बीजेपी रोजगार के मुद्दे से आपको गुमराह करना चाहती है. कांग्रेस पहली Cabinet बैठक में 1 लाख रोजगार देगी. ये गारंटी है."


एक अन्य ट्वीट में कहा, "प्रिय हिमाचल वासियों, आप सब अपने व अपने प्रदेश के हालातों को भलीभांति समझते हैं. अपनी परिस्थितियों को देखते हुए पूरी सूझबूझ से मतदान का कर्तव्य निभाएं व हालातों को बदलने व हिमाचल के भविष्य को बुनने में अपना महत्वपूर्ण योगदान दें. जय हिंद. जय हिमाचल."


कांग्रेस महासचिव ने ट्वीट किया, "लाखों कर्मचारियों ने अपनी मेहनत से हिमाचल को बनाने में योगदान दिया. पुरानी पेंशन कर्मचारियों व उनके परिवारों का सहारा थी. बीजेपी ने पुरानी पेंशन छीनी. हमने कर्मचारियों के हित को प्राथमिकता दी. छत्तीसगढ़ व राजस्थान में पुरानी पेंशन लागू की. हम हिमाचल में भी OPS लागू करेंगे. पुरानी पेंशन, रोजगार, महंगाई से राहत व विकास हिमाचल के लोगों का हक है. बीजेपी इसे रोकने के लिए वोट मांग रही है. कांग्रेस का संकल्प है कि हम इन कामों को करके दिखाएंगे."






प्रियंका ने एक जनसभा में कहा, "हिमाचल वासियों का वोट रोजगार के लिए, हिमाचल वासियों का वोट OPS के लिए, हिमाचल वासियों का वोट महंगाई से राहत के लिए, हिमाचल वासी इस बार अपने मुद्दों की आवाज चुनेंगे, हिमाचल वासी बदलाव के संग चलेंगे.हिमाचल का रिवाज जारी है, फिर से कांग्रेस आ रही है. जय हिंद.जय हिमाचल."


प्रियंका ने एक ट्वीट मे कहा, "हिमाचल के एक-एक कर्मचारी, युवा, महिला, बागवान की जिम्मेदारी है कि वे अपने साथ के लोगों को हिमाचल वासियों के हितों की परवाह करने वाली पार्टी के पक्ष में मतदान करने की अपील करें."


सिरमौर की रैली के बारे में कहा, "सिरमौर में आज परिवर्तन प्रतिज्ञा रैली को संबोधित किया. उत्साह से भरे इस जनसैलाब के प्यार व भरोसे के लिए आपका बहुत- बहुत आभार. प्रदेश में एक ही नारा गूंज रहा है- हिमाचल का रिवाज जारी है, कांग्रेस आ रही है. हिमाचल वासी इस बार OPS, रोजगार व महंगाई से राहत देने वाली सरकार चुनेंगे. इस प्रेम और विश्वास के लिए सिरमौर की जनता का धन्यवाद."






प्रियंका ने कहा, "इन चुनावों में हिमाचल की आवाज़ बुलंद होगी. आपके रोज़गार, पेंशन, महंगाई से राहत जैसे मुद्दों की जीत होगी. हिमाचल की आवाज़ में अपना योगदान दीजिए. मुद्दों की जीत के लिए जमकर मतदान कीजिए. हिमाचल का चुनाव इस बार प्रदेश की जनता लड़ रही है, इसलिए जनता के मुद्दों पर वोट पड़ेगा."


प्रियंका की प्रचार के दौरान कही गई कुछ बातों में आर्थिक मदद की गांरटी भी दी गई. उन्होंने कहा, "पुरानी पेंशन, रोजगार, महंगाई से राहत और महिलाओं को आर्थिक मदद की गारंटी के साथ आ रही है कांग्रेस." अपने वादों से चुनाव प्रचार को धार देने में प्रियंका ने कोई कसर नहीं छोड़ी.






उन्होंने कहा, "आज माता रेणुका जी, माता भंगायनी की धरती सिरमौर में परिवर्तन प्रतिज्ञा रैली को संबोधित करूंगी व शिमला में डोर टू डोर जनसंपर्क करूंगी. हिमाचल वासियों ये आपके भविष्य का चुनाव है. एक तरफ कांग्रेस पार्टी पुरानी पेंशन, रोजगार, महंगाई से राहत की बात कर हिमाचल वासियों की आवाज उठा रही है. दूसरी तरफ बीजेपी साम, दाम, दंड, भेद के जरिए पुरानी पेंशन, रोजगार व महंगाई के मुद्दे को हमेशा के लिए ठंडे बस्ते में डालना चाहती है."


उन्होंने हिमाचल की जनता से अंर्तमन की आवाज सुनने को कहा, " आपको अपनी आवाज को मजबूती देनी है. हिमाचल की आवाज को मजबूती देनी है. बीजेपी ने हिमाचल में भयंकर बेरोजगारी पैदा कर दी है. आज हिमाचल का हर दूसरा युवा बेरोजगार है. बीजेपी ने नौकरियां नहीं दीं और भर्तियों में जमकर भ्रष्टाचार भी किया. बीजेपी रोजगार के मुद्दे से आपको गुमराह करना चाहती है. कांग्रेस पहली Cabinet बैठक में 1 लाख रोजगार देगी. ये गारंटी है."