Himachal Pradesh Assembly Elections: इस साल के अंत में होने वाले हिमाचल प्रदेश चुनाव की रणनीति बनाने के लिए कांग्रेस (Congress) नेताओं ने दिल्ली में कई घंटों तक मंथन किया. जिसमें नवनियुक्त वरिष्ठ पर्यवेक्षक भूपेश बघेल (Bhupesh Bhagel), पर्यवेक्षक सचिन पायलट (Sachin Pilot), प्रताप सिंह बाजवा, प्रभारी राजीव शुक्ला, प्रदेश अध्यक्ष प्रतिभा सिंह के साथ प्रदेश के करीब दर्जन भर नेता शामिल हुए. कांग्रेस 27 जुलाई से पूरे प्रदेश में बेरोजगारी यात्रा शुरू करने जा रही है. छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल 7 अगस्त को शिमला का दौरा करेंगे.
कांग्रेस नेताओं की बैठक के बाद मंहगाई और बेरोजगारी को सबसे बड़ा मुद्दा बताते हुए राजीव शुक्ला ने कहा कि बीजेपी सरकार की नीतियों से लोग परेशान हैं. मुख्यमंत्री के चेहरे के सवाल पर शुक्ला ने कहा कि कांग्रेस सामूहिक नेतृत्व में चुनाव लड़ेगी. वहीं उन्होंने दो तिहाई सीटें जीतने का दावा भी किया.
कांग्रेस का 50 से ज्यादा सीट जीतने का दावा
प्रदेश अध्यक्ष प्रतिभा सिंह ने कहा कि हिमाचल के नेताओं ने पार्टी पर्यवेक्षकों को जमीनी स्तर के मुद्दों से अवगत कराया. उन्होंने कहा कि आने वाले दिनों में पार्टी के बड़े चेहरे प्रचार करते नजर आंएगे. प्रतिभा सिंह ने दावा किया कि कांग्रेस 50 से ज्यादा सीटें जीतने में कामयाब रहेगी.
हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव की तैयारी शुरू
कुछ हफ्तों पहले ही कांग्रेस (Congress) के शीर्ष नेतृत्व ने हिमाचल प्रदेश के प्रत्येक जिले में एक राष्ट्रीय पदाधिकारी तैनात किया था. 68 सदस्यीय हिमाचल प्रदेश विधानसभा में 2017 में हुए पिछले चुनाव में कांग्रेस ने 21 सीटें ही जीती थी और उसे सत्ता से बाहर होना पड़ा था, लेकिन पिछले साल हुए उपचुनाव के नतीजों से पार्टी को वापसी का भरोसा है. हालांकि उसके सामने इस बार आम आदमी पार्टी (AAP) के रूप में एक और चुनौती का सामना करना पड़ेगा.
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