शिमला: हिमाचल प्रदेश के आदिवासी और उच्च पहाड़ी क्षेत्रों के साथ राज्य के कई हिस्सों में भारी बर्फबारी हुई है जबकि मध्यम पहाड़ी क्षेत्रों में रक-रक कर भारी बारिश होती रही. मौसम विभाग के अनुसार, आदिवासी क्षेत्रों और कई अन्य ऊंचे पहाड़ी क्षेत्रों में पिछली दोपहर से रुक-रुक कर बर्फबारी होती रही और मौसम विभाग ने अगले 24 घंटों के दौरान और बर्फबारी होने का पूर्वानुमान लगाया है.


किन्नौर, लाहौल और स्पीति, पांगी, रोहतांग, कुंजम के जनजातीय क्षेत्रों और अन्य ऊंचे पहाड़ी क्षेत्रों में 60 सेंटीमीटर से लेकर 90 सेंटीमीटर तक बर्फ की मोटी चादर बिछ गई है. बर्फबारी और बारिश से आदीवासी पट्टी के कई हिस्सों में बिजली की आपूर्ति बाधित रही जबकि भारी बारिश से कई स्थानों पर भूस्खलन हो गया और कई पेड़ उखड़ गए और इससे वाहनों की आवाजाही भी काफी प्रभावित रही.


एक कार में सवार चार व्यक्तियों की जान बच गई जब परवानू के नजदीक एक जोरदार भूस्खलन के बाद एक बड़ी चट्टान उस गाड़ी पर आ गिरी. लाहौल और स्पीति के उपायुक्त विवेक भाटिया ने ठंड और भारी बर्फबारी के बीच गणतंत्र दिवस के अवसर पर तिरंगा फहराया. लाहौल और स्पीति घाटी के सभी स्कूलों को तीन दिनों के लिए बंद कर दिया गया है.


भारी बर्फबारी की वजह से कुल्लु-मनाली राजमार्ग पर भी यातायात बाधित रहा. धर्मशाला, सुंदरनगर और कसौली में सबसे ज्यादा 65 मिलीमीटर बारिश हुई तो वहीं शिमला में 42 मिलीमीटर बारिश हुई. राज्य में दिन के तापमान में गिरावट आयी है जबकि न्यूनतम तापमान में मामूली बढ़ोतरी हुई है. केलांग, कल्पा और मनाली में न्यूनतम तापमान क्रमश: शून्य से 1.1 डिग्री सेल्सियस नीचे, 0.8 डिग्री सेल्सियस नीचे और 0.6 डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज किया गया.


शिमला का न्यूनतम तापमान 4 डिग्री सेल्सियस और धर्मशाला का न्यूनतम तापमान 7.2 डिग्री सेल्सियस रहा. मौसम विभाग ने उच्च पहाड़ी क्षेत्रों में 31 जनवरी तक और मध्यम पहाड़ी क्षेत्रों में कल वष्रा और बर्फबारी होने का पूर्वानुमान लगाया है.