Khalistani Flag in Dharmshala: किसी भी राज्य की विधानसभा को सबसे सुरक्षित जगहों में से एक माना जाता है. विधानसभा भवन की गिनती अति सुरक्षित और वीवीआईपी इलाकों में होती है. लेकिन हिमाचल प्रदेश की विधानसभा भवन की सुरक्षा में इतनी बड़ी चूक हुई कि कोई वहां पर खालिस्तानी झंडा बांधकर चला गया. इस मामले पर मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने इसे कायराना हरकत करार दिया है. उन्होंने इस घटना की निंदा भी की है. उन्होंने कहा है कि धर्मशाला विधानसभा परिसर में गेट पर रात के अंधेरे में खालिस्तानी झंडा लगाने वाली कायरतापूर्ण घटना की निंदा करते हैं.
बर्दाश्त करने लायक नहीं है घटना
उन्होंने आगे कहा कि इस विधानसभा में केवल शीतकालीन सत्र होता है इसलिए यहां पर अधिक सुरक्षा व्यवस्था की सिर्फ उसी दौरान रहती है. इसी चीज का फायदा उठाकर इस कायरतापूर्ण घटना को अंजाम दिया गया है. लेकिन इसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. इस घटना की तुरंत जांच कराई जाएगी और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने चुनौती देते हुए कहा कि अगर हिम्मत है तो रात के अंधेरे में नहीं दिन के उजाले में सामने आएं.
देश में खालिस्तानी मूवमेंट की हलचल तेज
इन दिनों देश में खालिस्तानी मूवमेंट जोर पकड़ता दिख रहा है. पहले करनाल से भारी मात्रा में हथियार के साथ 4 खालिस्तानियों की गिरफ्तारी हुई उसके बाद आज सुबह ही हिमाचल प्रदेश के धर्मशाला में विधानसभा भवन के गेट पर खालिस्तानी झंडा बंधा हुआ मिला. विधानसभा के मेन गेट की चारदीवारी पर कई जगहों पर खालिस्तानी झंडे मिलने की घटना सामने आई. इन झंडों पर पंजाबी भाषा में खालिस्तान लिखा हुआ है. इस घटना का खुलासा उस समय हुआ जब मॉर्निंग वॉल्क पर निकले लोगों ने विधानसभा भवन के गेट पर इन झंडों को देखा और स्थानीय पुलिस को इस घटना की जानकारी दी. इसके पुलिस घटना की गंभीरता को समझते हुए तुरंत स्थल पर पहुंची और इन झंड़ों को वहां से हटाया.
पुलिस मामले की कर रही है छानबीन
इस मामले पर कांगड़ा के एसपी खुशाल शर्मा ने जानकारी देते हुए बताया कि विधानसभा भवन पर खालिस्तानी झंडे दिखाई दिए थे. ये घटना देर रात या सुबह में जल्दी की हो सकती है. हमने विधानसभा भवन से झंडों को हटा दिया है. ये पंजाब के कुछ पर्यटकों की हरकत हो सकती है. उन्होंने बताया कि हम आज केस दर्ज करने जा रहे हैं और पुलिस मामले की छानबीन में जुट गई है. हालांकि कुछ लोगों ने सवाल भी उठाया है कि विधानसभा भवन की सुरक्षा होते हुए भी इस तरह की घटना को अंजाम कैसे दिया गया.
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