Kinnaur Landslide: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को हिमाचल प्रदेश के किन्नौर में भूस्खलन में हुई लोगों की मौत पर दुख व्यक्त किया और मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर से बात कर उन्हें बचाव कार्यों में हर तरह की मदद का आश्वासन दिया. साथ ही प्रधानमंत्री ने भूस्खलन की वजह से जान गंवाने वालों के परिजनों को प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष से दो-दो लाख रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की. उनके कार्यालय ने कहा कि घायलों को 50,000 रुपये दिए जाएंगे.


हिमाचल प्रदेश के किन्नौर जिले में बुधवार को भूस्खलन में एक बस और अन्य वाहनों के फंस जाने से दस लोगों की मौत हो गई जबकि 13 लोगों को बचा लिया गया. कई अन्य के मलबे में दबे होने की आशंका है.


पीएम मोदी ने ट्वीट किया, 'किन्नौर में भूस्खलन की त्रासदी बहुत दुखद है. दुख की इस घड़ी में, मेरी संवेदनाएं उन लोगों के परिवारों के साथ हैं जिन्होंने अपनी जान गंवाई. घायलों के जल्द से जल्द ठीक होने की कामना करता हूं. बचाव कार्य जारी है और उन लोगों की सहायता के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं जो अभी भी फंसे हुए हैं.” इससे पहले, सीएम ने राज्य विधानसभा को बताया था कि ऐसी खबरें हैं कि मलबे के नीचे 50-60 लोगों के फंसे होने की आशंका है, लेकिन सही संख्या का पता नहीं चल पाया है.


वहीं, राज्य आपदा प्रबंधन निदेशक सुदेश कुमार मोख्ता ने बताया कि किन्नौर जिले में निचार तहसील अंतर्गत निगुलसारी क्षेत्र में राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या पांच पर चौरा गांव में दोपहर के समय भूस्खलन और पहाड़ से पत्थर गिरने की घटना हुई. उन्होंने कहा कि एक यात्री वाहन, एक टाटा सूमो के मलबे में दबे होने का पता चला और उसमें आठ लोग मृत पाए गए.


मोख्ता ने कहा कि हिमाचल सड़क परिवहन निगम (एचआरटीसी) की एक बस, जो दुर्घटना के समय रिकांग पियो से शिमला होते हुए हरिद्वार जा रही थी, अभी भी यात्रियों के साथ मलबे में दबी हुई है. अधिकारियों ने कहा कि एक कार आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हो गई, जबकि एक अन्य पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई.


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