Himachal Pradesh: एक मुख्यमंत्री और कई दावेदार, नव-निर्वाचित कांग्रेस विधायकों की आज बैठक में सीएम पर होगा फैसला
Himachal Election Result: कांग्रेस की तरफ से मुख्यमंत्री की दौड़ में सबसे आगे प्रदेश अध्यक्ष प्रतिभा सिंह का नाम है. ये चुनाव भी कांग्रेस ने प्रतिभा सिंह का नाम आगे रखकर ही लड़ा है.
Himachal Pradesh Election Result 2022: हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव के अंतिम नतीजों में कांग्रेस (Congress) ने बहुमत के लिए जरूरी 35 सीटों का आकंड़ा पार कर लिया है. कांग्रेस ने राज्य की 68 से 40 सीटों पर जीत हासिल की. वहीं, बीजेपी 25 सीटों पर सिमट गई. 3 सीटों पर निर्दलियों ने जीत दर्ज की है. हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को क्लियर मेजॉरिटी मिलने के बाद मुख्यमंत्री के चेहरे को लेकर मंथन शुरू हो गया है.
कांग्रेस ने नई सरकार के गठन को लेकर नवनिर्वाचित विधायकों की बैठक शुक्रवार को शिमला (Shimla) में बुलाई है. इसमें हिमाचल कांग्रेस के प्रभारी राजीव शुक्ला और छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल समेत हरियाणआ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा भी शामिल होंगे. इस बैठक में नई सरकार के गठन से लेकर राज्य के अगले मुख्यमंत्री के नाम को लेकर भी चर्चा की जाएगी. शिमला में कांग्रेस विधायक दल की बैठक अब पीसीसी कार्यालय में दोपहर तीन बजे तक स्थगित होने की संभावना है. सीएलपी के लिए मिलने से पहले सभी नेताओं के पहुंचने का इंतजार किया जा रहा है. दोपहर 3 बजे कांग्रेस के विधायक दलों की अब बैठक शिमला में होगी.
CM की रेस में कौन शामिल?
हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को मिली प्रचंड जीत के बाद अब राज्य के अगले मुख्यमंत्री को लेकर कवायद तेज हो गई है. कांग्रेस में सीएम पद के कई दावेदार हैं, जिनके नाम पर चर्चा की जा सकती है. हिमाचल के अगले मुख्यमंत्री की दौड़ में हिमाचल कांग्रेस की अध्यक्ष प्रतिभा सिंह (Pratibha Singh) समेत पूर्व प्रदेशाध्यक्ष सुखविंदर सिंह सुक्खू, मुकेश अग्निहोत्री, ठाकुर कौन सिंह और आशा कुमारी के नाम की चर्चा है.
प्रतिभा सिंह सीएम की दौड़ में सबसे आगे
कांग्रेस की तरफ से मुख्यमंत्री की दौड़ में सबसे आगे प्रदेश अध्यक्ष प्रतिभा सिंह का नाम है. प्रतिभा सिंह हिमाचल की मंडी लोकसभा सीट से सांसद हैं. ये चुनाव भी कांग्रेस ने प्रतिभा सिंह का नाम आगे रखकर ही लड़ा है. प्रतिभा सिंह पूर्व मुख्यमंत्री दिवंगत वीरभद्र सिंह की पत्नी है. गौरतलब है कि कांग्रेस चुनाव में वीरभद्र के विकास मॉडल को ही आगे बढ़ाने की बात करती रही है. इसलिए वीरभद्र सिहं की पत्नी प्रतिभा सिंह को मुख्यमंत्री की दौड़ में सबसे आगे माना ज रहा है. प्रतिभा सिंह ने विधानसभा चुनाव नहीं लड़ा और विधायक नहीं हैं, उन्होंने राज्य भर में बड़े पैमाने पर प्रचार किया था. प्रतिभा सिंह को ज्यादातर विधायकों का समर्थन प्राप्त है, जो लंबे समय तक पहाड़ी राज्य में कांग्रेस के निर्विवाद नेता रहे वीरभद्र सिंह के प्रति अपनी निष्ठा रखते हैं.
हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को मिली प्रचंड जीत के बाद प्रतिभा सिंह ने कहा कि विधायक अपना नेता चुनेंगे और अपनी राय पार्टी आलाकमान को बताएंगे. उन्होंने कहा कि वह नहीं कह रही की वो सीएम पद की द्रौड़ में हैं, लेकिन यह चुनाव वीरभद्र सिंह के नाम पर जीता है. क्या आप उनके परिवार की विरासत को नजरअंदाज कर सकते हैं?
सुखविंदर सिंह सुक्खू
पूर्व प्रदेश अध्यक्ष रहे सुखविंदर सिंह सुक्खू को इस बार प्रचार समिति का प्रमुख बनाया गया था. सुक्खू को राहुल गांधी की पसंद माना जाता है. सुक्खू हमीरपुर जिले की नादौन सीट से जीतकर चौथी बार विधायक बने हैं. उन्होंने इस बार चुनाव में 3363 वोटों के अंतर से जीत हासिल की है. सुक्खू हिमाचल प्रदेश के प्रभावी ठाकुर समुदाय से आते हैं.
मुकेश अग्निहोत्री
मौजूदा नेता विपक्ष मुकेश अग्निहोत्री पहले राजा वीरभद्र सिंह सरकार में मंत्री रह चुके हैं. प्रतिभा सिंह के करीबी माने जाते हैं और कहा जा रहा है कि प्रदेश अध्यक्ष उनका नाम सीएम के तौर पर आगे कर सकती हैं. उनका राज्य के ब्राह्मण वोट बैंक पर खासा दबदबा है. हालांकि, ये उनके सीएम बनने की राह में मुश्किलें भी खड़ी कर सकता है. चार बार के विधायक अग्निहोत्री ऊना जिले की हरोली सीट से चुनाव जीतकर पांचवीं बार विधानसभा पहुंचेगें. उन्होंने इस बार 9148 सीटों के बड़े अंतर से जीत हासिल की है. अग्निहोत्री ने हिमाचल विधानसभा में सीएलपी नेता के रूप में राज्य विधानसभा में पार्टी की स्थिति को मजबूती से रखा और इसके फैसलों का विरोध किया और पिछले पांच वर्षों के दौरान बीजेपी के "कुशासन" को उजागर किया.
विक्रमादित्य सिंह
विक्रमादित्य सिंह पूर्व सीएम वीरभद्र सिंह और हिमाचल कांग्रेस की प्रदेश अध्यक्ष प्रतिभा सिंह के बेटे हैं. वह इस बार शिमला ग्रामीण से चुनाव जीतकर विधायक चुने गए हैं. उन्होंने चुनाव में 13860 वोटों के अंतर से चुनाव में जीत हासिल की. उन्होने साल 2013 में हिमाचल प्रदेश कांग्रेस कमेटी से जुड़े और यूथ कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष के तौर पर काम किया. विक्रमादित्य सिंह दिल्ली के हंसराज कॉलेज से ग्रेजुएट हैं.
कांग्रेस के नवनिर्विचत विधायकों की बैठक से पहले और सीएम उम्मीदवार को लेकर पार्टी के भीतर चल रही चर्चा के मद्देनजर प्रतिभा सिंह के बेटे और विधायक विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि विधायक तय करेंगे लेकिन बेटे के तौर पर चाहूंगा कि उनकी मां मुख्यमंत्री बने. विक्रमादित्य सिंह ने आगे कहा कि वह उनकी मां को सीएम बनाने के लिए अपनी विधानसभा सीट तक छोड़ने के लिए तैयार हैं. विक्रमादित्य सिंह शिमला ग्रामीण से विधायक हैं.
आशा कुमारी
डलहौजी सीट पर छह बार से जीत रहीं कांग्रेस विधायक आशा कुमारी भारतीय जनता पार्टी (BJP) के उम्मीदवार डी. एस. ठाकुर (D.S. Thakur) से 9,918 वोटों से हार गई. आशा कुमारी मुख्यमंत्री पद के संभावित उम्मीदवारों में शामिल हैं. महिला चेहरे के साथ ही आशा कुमारी का दावा इसलिए माना जा रहा है क्योंकि वो छत्तीसगढ़ सरकार में मंत्री टी.एस. सिंह देव की बहन हैं.
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