हिमाचल प्रदेश विधानसभा भवन में खालिस्तानी झंडे लगाने के मामले में अब पुलिस ने कार्रवाई शुरू कर दी है. हिमाचल पुलिस ने इस मामले में सिख फॉर जस्टिस के जनरल काउंसिल गुरपतवंत सिंह पन्नू को मुख्य आरोपी बनाया है. साथ ही एक एफआईआर भी दर्ज की गई है, जिसमें यूएपीए समेत कई गंभीर धाराओं में मामला दर्ज किया गया है.
सभी जिलों को दिए गए निर्देश
हिमाचल प्रदेश पुलिस के मुताबिक, आईपीसी के सेक्शन 153-A, 153-B और यूएपीए के सेक्शन 13 के तहत मामला दर्ज किया गया है. इसके अलावा आरोपियों को पकड़ने के लिए इंटरस्टेट बॉर्डरों को सील कर दिया गया है. इसके लिए हर जिले के पुलिस अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं. साथ ही तमाम ऐसी जगहों पर छापेमारी की जा रही है, जहां खालिस्तानी समर्थकों के छिपने की संभावना हो.
क्या है पूरा मामला?
दरअसल हिमाचल प्रदेश विधानसभा के मेन गेट पर खालिस्तान के झंडे लटकाए गए और इसकी दीवारों पर कुछ आपत्तिजनक नारे भी लिखे गए. विधानसभा परिसर के मेन गेट नंबर एक की बाहरी तरफ ये झंडे लटके मिले जिन्हें बाद में प्रशासन ने हटा दिया. इसके बाद पुलिस ने मामले की जांच शुरू की. हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने इस घटना की निंदा करते हुए कहा कि दोषियों को जल्द ही पकड़ लिया जाएगा. ‘हिमाचल सौहार्दपूर्ण राज्य है और यहां शांति कायम रहनी चाहिए. धर्मशाला में हुई घटना के दोषी जहां भी होंगे उन्हें शीघ्र पकड़ा जाएगा. उन लोगों का यह कायरतापूर्ण दौर अब अधिक नहीं चलेगा. निश्चित तौर पर इस घटना को अंजाम देने वालों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी.’’
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