Himachal Pradesh Weather: उत्तर भारत में लगातार ठंड का प्रकोप जारी है. हिमाचल प्रदेश के नारकंडा, कुफरी और चंबा के बड़े इलाकों में लगातार पारा नीचे गिर रहा है. बुधवार (4 जनवरी) को हिमाचल प्रदेश के अधिकांश हिस्सों में तापमान शून्य से नीचे दर्ज किया गया.
हिमाचल प्रदेश के कुछ हिस्सों में पारा हिमांक बिंदु से नीचे गिर गया है. कुफरी में भारी बर्फबारी होने के कारण सड़कें जाम हो गई हैं. जिससे स्थानीय लोग ठंड से ठिठुर रहे हैं. बुधवार को कुफरी का तापमान -0.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जबकि नारकंडा में तापमान -2.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया.
मजदूर वर्ग को हो रही परेशानी
चंबा जिले के सबसे लोकप्रिय पर्यटन स्थल डलहौजी में 1.7 डिग्री सेल्सियस तापमान के साथ यहां पर कड़ाके की ठंड है. स्थानीय लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. खासकर मजदूरों को अपना काम करने में परेशानी हो रही है क्योकि ठंड के चलते लोग घरों से बाहर नहीं निकल पा रहे है.
पिछले 24 घंटों में लाहौल-स्पीति जिले के केलांग में राज्य में सबसे कम तापमान -11 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. जबकि इसी जिले के कुकुमसेरी में पारा -10 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया.
बर्फबारी से बढ़ा गाड़ियों के फिसलने का खतरा
किन्नौर जिले के कल्पा में तापमान -4.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जबकि मनाली -2.2 डिग्री सेल्सियस पर रहा. धर्मशाला में न्यूनतम तापमान 5.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. वहीं, राजधानी शिमला का तापमान 1.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया.
बर्फबारी होने के कारण पर्यटक हिमाचल प्रदेश का रुख कर रहे हैं. एक स्थानीय निवासी दिनेश कुमार ने बताया, ''यहां सुबह और शाम को बहुत ठंड पड़ती है. सड़कों पर पानी जमने लगता है. जिससे चार पहिया वाहनों के बर्फ पर फिसलने का खतरा बढ़ जाता है. यहां तापमान शून्य से नीचे चला जाता है.''
सड़क पर जम जाता है पानी
दिनेश ने कहा कि सुन्न करने वाली ठंड से बचने के लिए अलाव जलाकर ही बचा जा सकता है. इलाके में ताजा बर्फबारी की आशंका है. एक अन्य स्थानीय ने कहा कि कुफरी में ठंड इतना बढ़ गई है कि हाड़ कंपा रही है. उसने सड़क पर जमे हुए पानी की तरफ इशारा करते हुए कहा कि सुबह और शाम को काम करने में परेशानी होती है.