मुंबई: महाराष्ट्र के आतंकवाद रोधी दस्ते (एटीएस) के पूर्व प्रमुख हिमांशु रॉय ने इंडियन प्रिमियर लीग (आईपीएल) फिक्सिंग का भी खुलासा किया था. हिमांशु रॉय ने आईपीएल सट्टेबाजी कांड की जांच का नेतृत्व किया था. साल 2013 में स्पॉट फिक्सिंग का मामले आने के बाद क्रिकेट जगत में तहलका मच गया था. इस मामले में हिमांशु रॉय ने दारा सिंह के बेटे बिंदु दारा सिंह को गिरफ्तार किया था.
हिमांशु रॉय1988 बैच के आईपीएस अधिकारी थे. उन्होंने खुद को गोली मार कर आत्महत्या कर ली. पुलिस ने बताया कि कैंसर से ग्रसित रॉय ने अपने आवास पर अपनी सर्विस रिवाल्वर से कथित तौर पर खुद को गोली मार ली. वह अगले महीने 55 साल के होने वाले थे. उनके परिवार में उनकी मां और पत्नी है.
समझा जाता है कि हिमांशु रॉय फिटनेस पर काफी ध्यान देते थे. वह 2016 से छुट्टी पर थे. उनका कैंसर का इलाज चल रहा था. उन्होंने महाराष्ट्र पुलिस के प्रतिष्ठित विभागों में अपनी सेवाएं दी. वह एटीएस प्रमुख रहे थे. रॉय साल 2012 - 2014 के दौरान संयुक्त पुलिस आयुक्त (अपराध) थे.
वह कई अहम मामलों को सुलझाने में शामिल रहे थे. इनमें पत्रकार जे डे, अदाकारा लैला खान और कानून स्नातक पल्लवी पुरकायस्थ की हत्या के मामले शामिल थे सालह 26 / 11 मुंबई हमलों से पहले रेकी करने में संलिप्त रहे लश्कर ए तैयबा के आतंकी डेविड हेडली से जुड़े सुराग हासिल करने वाली टीम में भी हिमांशु रॉय शामिल रहे थे.
इसके बाद उनका तबादला एटीएस में हो गया. इस आतंकवाद रोधी दस्ते का प्रमुख रहने के दौरान बांद्रा कुर्ला इलाके में एक अमेरिकी स्कूल को विस्फोट से उड़ाने की कथित साजिश रचने को लेकर सॉफ्टवेयर इंजीनियर अनीस अंसारी को उन्होंने गिरफ्तार किया था. मुंबई के पूर्व पुलिस आयुक्त एमएन सिंह ने उन्हें बहादुर और कड़ी मेहनत करने वाला अधिकारी बताया.