दिसपुरः असम सरकार में मंत्री हेमंत बिस्व सरमा ने मुसलमानों को लेकर विवादित बयान दिया है. उन्होंने कहा है कि बीजेपी को मियां मुस्लिम के वोट नहीं चाहिए, वे सांप्रदायिक होते हैं. हेमंत बिस्व शर्मा ने कहा है कि मुसलमान समुदाय के लोग असम की संस्कृति और भाषा को खराब कर रहे हैं. मीडिया से बातचीत करते हुए सरमा ने कहा कि ये मेरा अनुभव है कि मुस्लिम समुदाय के लोग भारतयी जनता पार्टी (बीजेपी) को वोट नहीं देते हैं. उन्होंने कहा कि बीजेपी को ऐसे मियां-मुस्लिम लोगों का वोट नहीं चाहिए जो असम की संस्कृति और भाषा को खराब करते हैं.


मुस्लिम समुदाय पर आरोप लगाते हुए सरमा ने कहा कि मुस्लिम समुदाय के लोग असम को बर्बाद करने पर तुले हुए हैं. सरमा असम सरकार में वित्त मंत्री हैं इसके अलावा उनके पास स्वास्थ्य, शिक्षा मंत्रालय का भी प्रभार है.


बातचीत के दौरान सरमा ने कहा कि बीजपी उन लोगों को टिकट नहीं देगी जो खुद को मियां मुस्लिम बताते हैं. सरमा ने कांग्रेस से भी आग्रह किया है कि वह भी ऐसा न करें. ऐसा नहीं कि हेमंत बिस्व सरमा ने पहली बार इस तरह का विवादित बयान दिया हो.


असम में विधानसभा चुनाव की तैयारियां तेज


बता दें कि असम में इस साल होने वाले विधानसभा चुनाव को देखते हुए सत्ताधारी पार्टी बीजेपी ने अपनी तैयारी तेज कर दी है. बीजेपी ने घोषणा की है कि वह मौजूदा सहयोगी बोडोलैंड पीपुल्स फ्रंट के बजाय अपने नए सहयोगी युनाइटेड पीपुल्स पार्टी लिबरल के साथ गठबंधन कर आगामी विधानसभा चुनाव उतरेगी.


बीजेपी 2015 में बीपीएफ के साथ मिलकर असम की सत्ता पर काबिज हुई थी. लेकिन 2021 में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले बीजेपी ने नया गठबंधन बनाने का फैसला किया है. बीजेपी यूपीपीएल के साथ मिलकर 2021 का विधानसभा चुनाव लड़ेगी.