Assam-Arunachal Pradesh Border Issue: असम और अरुणाचल प्रदेश के बीच सीमा विवाद सुलझाने को लेकर गुरुवार (20 अप्रैल) को समझौता हुआ. इसको लेकर असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिसवा सरमा और अरुणाचल प्रदेश के सीएम पेमा खांडू ने गृह मंत्री अमित शाह की मौजदूगी में शांति समझौते पर साइन किए. इसमें दोनों राज्यों के सीएम ने जमीन के बराबर बंटवारे पर सहमति जताई है. 


केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने समझौते के बाद कहा कि 1972 से आज तक इस सीमा विवाद को सुलझाया नहीं जा सका. लोकल कमिशन की रिपोर्ट 1972 से अबतक अलग-अलग सरकारों में अदालतों में विवाद से ग्रस्त रही, उस रिपोर्ट को दोनों राज्य की सरकारों ने स्वीकार कर लगभग 800 किलोमीटर की असम अरुणाचल सीमा विवाद आज समाप्त कर लिया है: वहीं बिस्वा सरमा ने समझौते को बड़ा और सफलता पाने वाले बताया. खांडू ने भी इसे बड़ी उपलब्धि वाला और ऐताहासिक कहा है. 


मामला क्या है?
असम और अरुणाचल प्रदेश के बीच 804 किलोमीटर की सीमा में बसे 123 गांवों का लेकर विवाद था. इसमें से 36 गांवों का समझौता पहले ही हो चुका है. अब 87 गांवों की सीमा के विवाद पर गुरुवार का समझौता हुआ. अरुणाचल प्रदेश और असम के बीच बॉर्डर को लेकर लड़ाई 50 साल से चल रही है. 






सीएम हिमंता बिस्वा सरमा और अरुणाचल के मुख्यमंत्री पेमा खांडू ने पिछले साल 15 जुलाई को नामसाई घोषणापत्र पर हस्ताक्षर किए थे, जिसके बाद से ही दोनों राज्य सीमा विवादों को हल करने के लिए चर्चा में जुटे हुए थे. 


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