Himanta Biswa Sarma Slams Congress: अयोध्या में जनवरी में होने वाली राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा के कार्यक्रम में आमंत्रित किए गए विपक्षी नेता शामिल होंगे या नहीं, यह एक बड़ा राजनीतिक मुद्दा बनता जा रहा है. इस बीच पक्ष और विपक्ष के नेताओं के बीच बयानबाजी तेज हो गई है. 


कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने राम मंदिर और फिर फरवरी में अबू धाबी में बीएपीएस हिंदू मंदिर के उद्घाटन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बुलाए जाने पर तंज कसते हुए इन कार्यक्रमों को लोकसभा चुनाव 2014 से जोड़ते हुए केंद्र सरकार पर निशाना साधा तो असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने पलटवार कर दिया.


क्या कहा था शशि थरूर ने?


कांग्रेस नेता शशि थरूर ने शुक्रवार को पीएम मोदी को घेरते हुए अपने X हैंडल पर एक पोस्ट में लिखा, ''तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 22 जनवरी को अयोध्या में राम मंदिर और 14 फरवरी को अबूधाबी में बीएपीएस हिंदू मंदिर का उद्घाटन करेंगे. मुझे उम्मीद है कि इसके बाद जल्द ही चुनाव कराए जाएंगे.''


उन्होंने लिखा, ''संदेश साफ है. 2009 में मोदी को भारतीय मतदाताओं के सामने आर्थिक विकास के अवतार, गुजरात इंक. के सीईओ के रूप में बेचा गया, जो सभी भारतीयों के लिए विकास लाने वाले थे. 2019 में विनाशकारी नोटबंदी के मद्देनजर उस नैरेटिव के ढहने के साथ पुलवामा आतंकी हमले ने मोदी को आम चुनाव को राष्ट्रीय सुरक्षा चुनाव में बदलने का मौका दिया.'' 


थरूर ने आगे लिखा, ''2024 में यह स्पष्ट है कि बीजेपी अब अपने मूल संदेश पर वापस लौटेगी और नरेंद्र मोदी को हिंदू हृदय सम्राट के रूप में देश के सामने पेश करेगी.'' इसी के साथ उन्होंने पूछा कि यह सब सवाल पैदा करता है कि अच्छे दिनों का क्या हुआ?


शशि थरूर के वार पर सीएम हिमंत बिस्वा सरमा का पलटवार


थरूर के बयान पर सीएम सरमा ने कहा, ''राम मंदिर 500 साल के बलिदान के बाद हिंदुओं को मिला है. ये हिंदुओ के लिए बड़ा दिन हैं. हिंदू ही तो भारत है. हिंदुओं का अच्छा हुआ है, मतलब देश का अच्छा हुआ है. शशि थरूर को ये बात समझ नहीं आएगी.'' उन्होंने कहा, ''इस देश को हिंदुओं ने सजाया है और आगे भी सजाएंगे.''


सीएम हिमंत सरमा का सोनिया और राहुल गांधी पर निशाना


राम मंदिर पर विपक्षी नेताओं के रुख पर एबीपी न्यूज से बात करते हुए हिमंत सरमा ने कांग्रेस नेता सोनिया गांधी और राहुल गांधी पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा, ''प्रॉब्लम कांग्रेस की यही है, आप बार-बार सामने आते हैं, जैसे सोनिया गांधी को निमंत्रण किया, राहुल गांधी को परिवार में निमंत्रण आया, राहुल गांधी बार-बार बोलते हैं कि मैं जनेऊधारी ब्राह्मण हूं, अभी चलो अगर आप जनेऊधारी ब्राह्मण हैं तो राम के पास.''


सीएम सरमा ने कहा, ''आप (राहुल गांधी) हर मंदिर जाते हो तो आपको तो ये नहीं बोला जाता है कि आप हिंदू मंदिर क्यों जाते हैं लेकिन आप राम मंदिर नहीं जाना चाहते हो, प्रॉब्लम उधर ही है, सारे मंदिर आप जाते हो, ...चुनाव के पहले हर मंदिर आप जाते हो, तब तो हम नहीं बोलते हैं कि आप हिंदू क्यों बन रहे.''






'हिंदू की ताकत के कारण आपको तो जाना ही पड़ेगा...'


विपक्ष के नेताओं के राम मंदिर न जाने के सवाल पर सीएम सरमा ने कहा, ''कारण यही है कि वो राम मंदिर में इसलिए नहीं जाते हैं कि देश का जो बाबर लोग है वो नाराज हो जाएगा, वो लोग अपना रिलीजन भी किसी के दबाव में, कहां जाना है, कहां नहीं जाना है, ऐसे वो लोग निर्णय करते हैं. हम कभी मुसलमान समाज को नहीं बोलते हैं कि कौन सी मस्जिद में आपको जाना सही है.''


उन्होंने कहा, ''मैं मानता हूं कि वो राम मंदिर के निर्माण के समय में ही वहां जाना चाहिए था, रामलला का दर्शन करना चाहिए था, वो रेलगाड़ी में थोड़ा सा पिछड़ गए हैं, जाएंगे तो जाना ही पड़ेगा... हिंदू की ताकत के कारण आपको तो जाना ही पड़ेगा आज नहीं तो कल...''


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