नई दिल्ली: 27 फरवरी को नागालैंड में हुई वोटिंग की गिनती आज होनी वाली है. वोटों की गिनकी सुबह आठ बजे से शुरू होगी. यहां विधानसभा की कुल 60 सीटें हैं लेकिन चुनाव 59 सीटों पर हुआ है. नॉर्दन अंगामी- II सीट से राज्य के पूर्व सीएम, NDPP के नेफियू रियो निर्विरोध जीत गए.
बीजेपी की जीत/हार के मायने
नागालैंड में अगर बीजेपी जीतती है तो नॉर्थ ईस्ट में एक और ऐसा राज्य होगा जहां एनडीए की सरकार होगी. पार्टी को जीत मिलने के बाद इसके NDPP के साथ किए गए गठबंधन के फैसले पर मुहर लग जाएगी. वहीं अगर ये पार्टी हार का मुंह देखती है तो यही कहा जाएगा कि NPF का साथ छोड़ना इसे महंगा पड़ा.
वहीं लंबे समय से क्षेत्रिए पार्टियों का एकक्षत्र राज्य होने की वजह से ये नागालैंड उन राज्यों में शुमार है जिनमें कांग्रेस की कोई पकड़ नहीं रही. वहीं इन चुनावों में भी पार्टी का वहां कोई मजबूत स्थिति दर्ज कराने की कोई संभावना नहीं नज़र आ रही है. अगर पार्टी यहां अच्छा करती है तो ये एक चौंकाने वाली बात होगी.
2019 के आम चुनावों पर बीजेपी और कांग्रेस के इन राज्यों में प्रदर्शन का कोई सीधा असर तो नहीं पड़ेगा. लेकिन पार्टियां एक-दूसरे की हार जीत को इस हिसाब से पेश करेंगी जिससे उन्हें फायदा पहुंचे.
अस्थिर माहौल में हुआ है नागालैंड का चुनाव
नागालैंड में इस बार चुनाव बेहद अस्थिर माहौल में हुआ है. नागालैंड में बीजेपी ने एनडीपीपी (नेशनल डेमोक्रेटिक पीपुल्स पार्टी) के साथ हाथ मिलाया है. एनडीपीपी पार्टी पूर्व मुख्यमंत्री नेफियू रियो ने बनाई थी. नागालैंड में एनडीपीपी 40 सीट और बीजेपी 20 सीटों पर चुनाव लड़ रही हैं. कांग्रेस सिर्फ 18 सीटों पर ही चुनाव लड़ रही है. इस राज्य का परिणाम सियासत से ज्यादा राज्य की शांति-व्यवस्था को भी प्रभावित करेगा. नागालैंड में 17 सेंटरों पर 349 टेबल पर मतगणना होगी.
इस वक्त नागालैंड पीपुल्स फ्रंट की है सरकार
राज्य में इस वक्त नागालैंड पीपुल्स फ्रंट (NPF) पार्टी की सरकार है. साल 2003 से ही नागालैंड में एनपीएफ की सरकार है. नागालैंड में इस समय टी आर जेलियांग मुख्यमंत्री हैं. साल 2013 के विधानसभा चुनाव में नागालैंड पीपुल्स फ्रंट को 60 में से 38 सीटों पर जीत मिली थी. इस चुनाव में कांग्रेस को आठ सीटों पर जीत मिली थी. आठ सीटों पर निर्दलीय उम्मीदवारों ने चुनाव जीते थे. बीजेपी को एक सीट पर जबकि एनसीपी को चार सीटों पर जीत मिली थी.