Shraddha Murder Case: श्रद्धा को न्याय दिलाने के लिए 'बेटी बचाओ महापंचायत' के नाम से आयोजित कार्यक्रम में संबोधन के दौरान हिंदू संगठन के प्रतिनिधियों ने आरोपी आफताब पूनावाला पर सख्त कारवाई की मांग की है. साथ ही बेटियों के अभिभावकों को उनकी परवरिश को लेकर सचेत किया. 


हिंदू संगठन के प्रतिनिधि भारती बाबा कहते हैं कि हम प्रशासन पर भरोसा कर लेते लेकिन वो नहीं कहता कि आप धर्म की जय ना बोलिए. हम सबकी जिम्मेदारी बनती है कि इस अत्याचार के खिलाफ लड़ें. बेटी बचाओ फाउंडेशन के सदस्य अनुज भाटी ने कहा कि हमें लड़कियों को सशक्त बनाने की जरूरत है. ऐसे हादसे से हमारा खून खौल उठता है. 


लड़कियों ने क्या कहा? 


एबीपी न्यूज ने महापंचायत में मौजूद लड़कियों से भी बात की. दिव्या ने बताया, "मैं महापंचायत में इसलिए आई हूं क्योंकि ये मेरे घर के पास का ही मामला है. आज श्रद्धा है ,कल मैं भी हो सकती हूं. हमे जागरूकता फैलाने की जरूरत है." वहीं एक महिला ने कहा कि श्रद्धा के साथ गलत हुआ है. बता दें कि यह पंचायत छतरपुर की 100 फुटा मेन रोड पर हो रही थी. 


आफताब पूनावाला (28) पर अपनी ‘लिव-इन पार्टनर’ श्रद्धा वालकर की हत्या करने और उसके शव के 35 टुकड़े करने का आरोप है. आरोप है कि उसने शव के टुकड़ों को दक्षिण दिल्ली में महरौली के अपने घर में करीब तीन सप्ताह तक 300 लीटर के एक फ्रिज में रखा और फिर कई रातों तक उसे शहर के विभिन्न स्थानों पर फेंकता रहा.


पुलिस ने पूनावाला को 12 नवंबर को गिरफ्तार किया, जिसके बाद उसे पांच दिनों की पुलिस हिरासत में भेजा गया. पुलिस हिरासत को 17 नवंबर को पांच दिनों के लिए बढ़ा दिया गया. कोर्ट ने 22 नवंबर को फिर से पूनावाला को चार दिनों की पुलिस हिरासत में भेजा और उसके बाद 26 नवंबर को उसे 13 दिनों की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया.


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