India-Bangladesh Series: 19 सितंबर से भारत-बांग्लादेश के बीच दो टेस्ट मैचों की सीरीज का पहला टेस्ट मैच खेला जाएगा. फैंस इसे लेकर काफी उत्साहित हैं, क्योंकि लंबे समय बाद भारतीय टीम अपनी धरती पर टेस्ट मैच खेलने जा रही है. हालांकि, इस बीच फैंस को निराश करने वाली खबर सामने आई है. हिंदूवादी संगठन हिन्दू जनजागृति समिति ने भारत-बांग्लादेश की सीरीज को रद्द करने की मांग की है. 


हिन्दू जनजागृति समिति (Hindu Janajagruti Samiti) ने भारत-बांग्लादेश की सीरीज को रद्द करने की मांग प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, विदेश मंत्री एस जयशंकर, केंद्रीय खेल मंत्री और बीसीसीआई (BCCI) से की है. इस संबंध में एक पत्र भी लिखा गया है जिसकी कॉपी भी तीनों को भेजी गई है. 


क्यों की सीरीज रद्द की मांग?


हिंदू जनजागृति समिति (एचजेएस) ने भारत-बांग्लादेश सीरीज आयोजित करने के निर्णय की कड़ी निंदा की और इसे एक शर्मनाक कृत्य बताया. मांग की गई कि जब तक बांग्लादेश में हिंदुओं पर हमले बंद नहीं होते, तब तक बांग्लादेश के साथ क्रिकेट मैच न खेला जाए. इसके साथ ही ये भी कहा गया कि बांग्लादेशी कलाकारों के सभी सांस्कृतिक कार्यक्रमों को तत्काल प्रभाव से रद्द कर दिया जाए. 


'हिंदुओं के घावों पर नमक छिड़कने का तरीका'


हिंदू जनजागृति समिति ने कहा, 'बांग्लादेश के साथ सीरीज आयोजित कराने का फैसला हिंदुओं के घावों पर नमक छिड़कने का एक अपमानजनक तरीका है. बांग्लादेश में शेख हसीना के इस्तीफे के बाद हिंदुओं पर लगातार हमले हो रहे हैं. ग्रामीण इलाकों में हिंदू डर के साए में जीने को मजबूर हैं. जैसे मुस्लिम देश एकजुट होकर मुस्लिम समुदाय पर हमले का विरोध करते हैं, उसी तरह भारत को भी बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचारों का विरोध करना चाहिए.'


'कैसे खेल सकते हैं क्रिकेट मैच'


हिंदू जनजागृति समिति ने कहा, 'बांग्लादेश में हिंदुओं के घरों को जलाया जा रहा है, मंदिरों में तोड़फोड़ की जा रही है, उनकी जमीनों पर कब्जे किए जा रहे हैं, हिंदू महिलाओं को दुष्कर्म का शिकार बनाया जा रहा है, ऐसे में उनके साथ क्रिकेट मैच कैसे खेल सकते हैं? इसे कभी बर्दाश्त नहीं किया जा सकता.'


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