Hindu Temple In Canada: भारत ने गुरुवार (6 अप्रैल ) को कनाडा के ओंटारियो प्रांत में एक हिंदू मंदिर में तोड़फोड़ की निंदा की और अपराधियों के खिलाफ कनाडाई अधिकारियों से कार्रवाई की मांग की. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा कि मामले को कनाडा के अधिकारियों के सामने उठाया गया है.
ओंटारियो प्रांत में अज्ञात लोगों ने स्वामीनारायण मंदिर में तोड़फोड़ की और उसकी दीवारों पर हिंदू विरोधी और भारत विरोधी नारे लिखे. कनाडा पुलिस ने इस घटना को 'घृणा से प्रेरित घटना' बताया है. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा, "यह बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण घटना है और हम इसकी निंदा करते हैं."
सुनिश्चित करें कि ऐसा दोबारा न हो- भारत
MEA के प्रवक्ता बागची ने कहा कि "इस मुद्दे को कनाडा के अधिकारियों के सामने उसी अनुरोध के साथ उठाया गया है, जो हमने पूर्व की घटनाओं को लेकर किया था कि कृपया दोषियों को पकड़ें और सुनिश्चित करें कि ऐसा दोबारा न हो." इसी साल जनवरी में, ब्रैम्पटन में गौरी शंकर मंदिर में इसी तरह से तोड़फोड़ की गई, जिससे भारतीय समुदाय के भीतर आक्रोश फैल गया. कनाडा में पिछले साल इस तरह की बर्बरता की कम से कम तीन घटनाएं दर्ज की गई थीं.
अल-अक्सा मस्जिद को लेकर भारत का रुख
अरिंदम बागची ने आगे कहा, "मैं उम्मीद करता हूं कि कनाडाई अधिकारी कार्रवाई करने में सक्षम हैं." वहीं, पूर्वी यरुशलम स्थित अल-अक्सा मस्जिद में हिंसक कार्रवाई की पृष्ठभूमि में भारत ने सभी पक्षों से शांति बनाए रखने का आग्रह किया है.
यरुशलम में लगातार दूसरी रात हिंसा
खबरों के मुताबिक, यरुशलम में बुधवार (5अप्रैल )को लगातार दूसरी रात हिंसा जारी रही, जब फलस्तीनियों ने ‘ओल्ड सिटी’ के संवेदनशील परिसर में स्थित अल-अक्सा मस्जिद में स्वयं को बंद कर लिया और इजराइली पुलिस ने उन्हें हटाने के लिए बल प्रयोग किया.
यरुशलम की घटना से जुड़े सवाल पर बागची ने कहा, "फलस्तीन के सवाल पर हमारी स्थिति स्पष्ट और सुसंगत रही है. हम दो-राज्य समाधान प्राप्त करने के लिए इजरायल और फलस्तीनियों के बीच सीधी बातचीत को फिर से शुरू करने के सभी प्रयासों का समर्थन करने के लिए प्रतिबद्ध हैं."
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