पाकिस्तान के खैबर-पख्तूनख्वाह में भीड़ ने लगाई हिन्दू मंदिर में आग, तोड़ कर ढहाया
जमियत उलैमा-ऐ-इस्लाम (फज़ल) की पार्टी ने बाद में कहा कि वो मंदिर तोड़े जाने की भर्त्सना करते हैं पर इस वारदात से उनका कोई लेना देना नहीं है क्योंकि ये वारदात रैली के बाद हुई.
पाकिस्तान में एक शर्मनाक घटना सामने आई है. वहां के खैबर-पख्तूनख्वाह के करक जिले में स्थानीय मौलवी के नेतृत्व में सैकड़ों की संख्या में भीड़ ने एक हिन्दू मंदिर में आग लगा दी और उसे तोड़ कर ढहा दिया. सोशल मीडिया पर एक वीडियो क्लिप वायरल हो रही है, जिसमें यह देखा जा रहा है कि भीड़ मंदिर की छत और दीवार को ढहा रहे हैं.
हिन्दू समुदाय के खिलाफ इस घटना को पाकिस्तान समेत दुनिया के अन्य हिस्सों में मानवाधिकार कार्यकर्ताओं की तरफ से आलोचना की जा रही है.
असल में करक में मौलाना फजलुर रहमान की जमियत उलैमा-ऐ-इस्लाम (फज़ल) की एक रैली हुई थी जिसमें शामिल नेताओं ने उत्तेजित भाषण दिए थे जिसके बाद उग्र भीड़ ने बड़ी संख्या में पहुंचकर मंदिर को आग लगा दिया और मंदिर को पूरी तरह तोड़कर ढहा दिया.
हालांकि, जमियत उलैमा-ऐ-इस्लाम (फज़ल) की पार्टी ने बाद में कहा कि वो मंदिर तोड़े जाने की भर्त्सना करते हैं पर इस वारदात से उनका कोई लेना-देना नहीं है क्योंकि ये वारदात रैली के बाद हुई.
गौरतलब है कि पाकिस्तान में ये घटना तब घटी जब भारत में मध्य प्रदेश के मंदसौर जिले के डोराना गांव में भीड़ ने एक मस्जिद में तोड़-फोड़ की और झंडा उतार दिया.
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