BJP Vs TRS: तेलंगाना (Telangana) के एक परीक्षा केंद्र (Exam Center) पर में छात्राओं (Girl Students) की चेकिंग को लेकर बीजेपी (BJP) और टीआरएस (TRS) के बीच बहस छिड़ गई है. बीजेपी ने टीआरएस पर तुष्टीकरण (Appeasement) करने का आरोप लगाया है. 


मामला तेलंगाना के अदीलाबाद (Adilabad) का है. रविवार (16 अक्टूबर) को तेलंगाना पब्लिक सर्विस कमीशन ग्रुप-1 की परीक्षा (TSPSC Group-1 Exam) आयोजित की गई थी. इस दौरान परीक्षा सेंटर में प्रवेश करने के दौरान जांच करने में महिला परीक्षार्थियों (Female Examinees) के साथ किए गए कथित भेदभाव का मामला सामने आया है.


बीजेपी नेता प्रीति गांधी ने एक वीडियो ट्वीट करते हुए लिखा कि बु्र्का अलाउ किया जाता है लेकिन चूड़ियां और पायल उतरवा ली जाती हैं. रिपोर्ट्स के मुताबिक, घटना अदीलाबाद के विद्यार्थी जूनियर कॉलेज की है.


क्या लिखा प्रीति गांधी ने?


बीजेपी नेता प्रीति गांधी ने ट्वीट में लिखा, ''यह कल तेलंगाना के एक ग्रुप-1 परीक्षा केंद्र में हुआ. बुर्के की अनुमति जाती है लेकिन झुमके, चूड़ियां और पायल को जरूर हटा देना चाहिए. ऊंचे दर्जे का तुष्टीकरण. वाकई शर्मनाक.''






इसी के साथ प्रीति गांधी ने जो वीडियो पोस्ट किया है, वह डबल विंडो में है. इससे प्रतीत होता है कि वीडियो शेयर करने पहले एडिट किया गया. शीर्षक में 'तेलंगाना में धर्मनिरपेक्षता' लिखा गया है. एक विंडो में माइनॉरिटीज और दूसरी में हिंदू लिखा गया है. वीडियो में महिला कर्मचारी छात्राओं को उनके आभूषण उतारने के लिए कह रही हैं. इसके बाद छात्राएं झुमका, पायल, चूड़ियां और मंगलसूत्र उतारती दिख रही हैं. वहीं पहली विंडो में बुर्का पहने एक महिला बेरोकटोक परीक्षा केंद्र में जाते हुए दिख रही है.''


टीआरएस नेता ने ये लिखा


तेलंगाना राष्ट्र समिति के नेता कृ्ष्ण ने पलटवार किया. उन्होंने आरोप लगाया कि बीजेपी ने तेलंगाना में सांप्रदायिक शांति और सद्भांव को नुकसान पहुंचाने के लिए केवल कुछ चुनिंदा वीडियो शेयर किए हैं. इसी के साथ कृष्ण ने भी एक वीडियो ट्वीट किया है, जिसमें परीक्षा केंद्र में एक छात्रा का हिजाब चेक होता दिखाया गया है. 


कृष्ण ने ट्वीट में लिखा, ''एक केंद्र पर जहां टीएसपीएससी ग्रुप-1 परीक्षा आयोजित की गई, पुलिस ने बिना किसी भेदभाव के भारत सरकार के प्रतियोगी परीक्षा दिशानिर्देशों के अनुसार सभी उम्मीदवारों की जांच की लेकिन बीजेपी जो तेलंगाना की सांप्रदायिक शांति और सद्भाव को बिगाड़ना चाहती है, उसने कुछ चुनिंदा वीडियो ही शेयर किए हैं!''






तेलंगाना पुलिस ने दिया ये जवाब


स्थानीय पुलिस के अनुसार, एक परीक्षा अधिकारी की गलती के कारण यह घटना हुई. अदीलाबाद के पुलिस अधीक्षक उदय कुमार रेड्डी ने मीडिया को बताया कि शुरू में हिंदू महिलाओं को उनकी चीजों के साथ प्रवेश न करने देना एक एमआरओ की गलती थी लेकिन बाद में जब हमारा एक इंस्पेक्टर मौके पर पहुंचा तो हिंदू महिलाओं को मंगलसूत्र के साथ केंद्र में जाने दिया गया. 


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