Shikhar Samagam 2018: राम मंदिर के सवाल पर योगी आदित्यनाथ ने कहा- ये राम ही तय करेंगे
आज एबीपी न्यूज़ के शिखर समागम में यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मॉब लिंचिंग, देवरिया कांड और अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव से लेकर राम मंदिर तक पर बात की.
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नई दिल्ली: आज एबीपी न्यूज़ के शिखर समागम में यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मॉब लिंचिंग, देवरिया कांड और अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव से लेकर राम मंदिर तक पर बात की. इस दौरान योगी आदित्यनाथ ने राम मंदिर के सवाल पर कहा कि जो होना है वो होकर रहेगा. वहीं, मॉब लिचिंग पर उन्होंने कहा कि यूपी में मॉब लिंचिंग यूपी में नहीं होती है क्योंकि सारे स्लॉटर हाउस बंद हो चुके हैं. महागठबंधन पर उन्होंने कहा, ''इसकी बात इसलिए हो रही है क्योंकि वो लोग बीजेपी से भयभीत हैं. भारत के विकास से भयभीत हैं. राजनीतिक अस्थिरता से भयभीत हैं. हमने सत्ता इसलिए नहीं बनाई है कि शासन चलाए. हमने सत्ता इसलिए बनाई है ताकि देश में आमूल चूल परिवर्तन करके प्रत्येक नागरिक के जीवन स्तर को ऊंचा कर सकें.'' अगले साल होने वाले चुनाव को लेकर आदित्यनाथ ने कहा कि जो भी भारत के विकास का पक्षधर है, भारत की सुरक्षा का पक्षधर है, वो हर व्यक्ति बीजेपी के पक्ष में खड़ा होकर अपना योगदान देगा. यूपी की निर्णायक भूमिका थी और वो जिम्मेदारी यूपी वहन भी करेगा.
महागठबंधन पर आदित्यनाथ
1977 में जेपी के नेतृत्व में आंदोलन हुआ. उसने अलग-अलग दलों को एक गठबंधन में जोड़कर कांग्रेस के खिलाफ सशक्त महागठबंधन तैयार किया था. स्वर्गीय विश्वनाथ प्रताप सिंह के नेतृत्व में एक गठबंधन तैयार हुआ. उनकी लीडरशिप को सबने स्वीकार किया था. अटल बिहारी वाजपेयी के समय में भी गठबंधन तैयार किया और सबने उन्हें नेता स्वीकार किया था. लेकिन आज कौन? क्या सभी लोग राहुल गांधी को नेता स्वीकार करने को तैयार करने को तैयार है? सपा पहले ही कह चुकी है कि हम कांग्रेस को गठबंदन का हिस्सा नहीं मानते. राहुल गांधी को राहुल गांधी की कांग्रेस नेता मानने को तैयार नहीं है. क्या सभी गठबंधन का जमावड़ा उन्हें नेता स्वीकार करेगी. कैसे ये लोग चुनाव लड़ेंगे. इनका एजेंडा क्या होगा. अगर भारत को अस्थिरता की ओर ले जाने के लिये ये लोग एकजुट होंगे तो जनता जवाब देगी.
यूपी के अंदर 2019 में चुनाव में होंगे तो हमारी सरकार को दो साल पूरे हो चुके होंगे. मैंने शपथ लिया तभी मेरा चुनाव शुरु हो गया है. उसी दिन से हम कार्य कर रहे हैं. हम चुनाव सिर्फ जीतने के लिएनहीं लड़ते हैं. चुनाव अपनी उपलब्धियों या योजनाओं को जनता के सामने ले जाकर जनादेश मांगते हैं. 2019 में प्रदेश की जनता को बताने में कामयबा होंगे की 15 सालों में बीजेपी और सपा कहां लेकर गई थी और कैसे हमने उन परिस्थितियों से उबारा.
चुनान नेशनल इश्यू पर होगा. सुरक्षा और समृद्धि के मुद्दों पर होगा. मोदी जी के नेतृत्व में बीजेपी ने क्या-क्या उपलब्धियां हासिलकी हैं. 2004 से 2014 में यूपीए सरकार इस देश को कहां लेकर गई थी. इन मुद्दों पर चुनाव होंगे. नेशनल इश्यू हावी रहेगा. बीजेपी का पक्ष मजबूत होगा.
किसानों की आत्महत्या पर- पिछले 15 महीनों में आत्महत्याएं कम हुईं
2004 से लेकर 2014 के बीच सबसे ज्यादा किसानों ने आत्महत्याएं की है. इसके बाद लगातार कमी आई है. यूपी में इस दौरान भी आत्महत्याएं हुईं. 2017 में सरकार आई. हमने कारणओं पर अध्ययन कराया था. यूपी में बुहत पोटेंशियल है. यहां की धरती समृद्ध है, यहां थोड़ा भी प्रयास हो तो धरती सोना उगलने का कार्य करत सकती है. किसान के साथ सहभागी बने. पिछले 15 महीनों में यूपी के किसानों के खातों में जीबीटी के माध्यम से एक लाख करोड़ की धनराशि भेजने का कार्य किया है. मैं ये मानने को तैयार नहीं हूं कि यूपी का किसान आंदोलन कर रहा है. अकेले यूपी के 35 लाख किसानों के खातों में पिछले 15 महीनों में सीधे गन्ना किसानों के खाते में 70 हजार करोड़ भेजे हैं. इस साल अब तक 35 हजार करोड़ का भुगतान करा चुके हैं. बाकी भुगतान की व्यवस्था भी करचुकी है. 15 अक्टुबर तक गन्ना किसानों का भुगतान हो जाएगा.
मॉब लिचिंग पर कहा- इसे किसानों से जोड़ना गलत
मॉब लिंचिंग यूपी में नहीं होती है. इसे किसानों से जोड़ना गलता है. यूपी के अंदर स्लॉटर हाउस बंद हो चुके हैं. यही जिम्मेदार होते हैं और इसे बंद कर चुके हैं.
वोट के लिए विकास जरुरी या जाति? सवाल पर उन्होंने कहा, ''विकास समाज की आवश्यकता है. इसके बगैर सरकार की कोई पहचान नहीं हो सकती. जिन्होंने विकास और सुशासन के बारे में सोचा नहीं वो जाति के आधार पर समाज को विभाजित करने का काम कर रहे हैं.''
2018 में 1478 एनकाउंटर हुए. इसका फायदा हुआ है यूपी की जनता को?
इस सवाल के जवाब में मुख्यमंत्री ने कहा, ''हम लोग जब सत्ता में आए थे तब प्रदेश में गुंडा राज था. यहां आने का मतलब पता नहीं कब अपहरण हो जाए, कब एसिड अटैक हो जाए, कब दंगे हो जाएं. व्यापारी और उध्योगपति पलायन कर रहा था. पुलिस को सरेआम गोली मारी जा रही थी. मैंने पुलिस से पूछा कि क्या वर्दी की कोई हनक नहीं रही? इसके बाद कि अनावश्यक किसी को छेड़ो मत. लेकिन किसी को कानून को हाथ में मत लेने दो. सुप्रीम कोर्ट और मानवाधिका के डायरेक्शन को पालन करते हुए सख्ती से काम करो.''
देवरिया कांड पर कहा- दोषी बख्शे नहीं जाएंगे
देवरिया शेल्टर होम पर योगी आदित्यनाथ ने कहा, ''ये कानून व्यवस्था का मामला नहीं है. ये सामाजिक नैतिकता का मामला है. समाज को स्वयं चैतन्य होना होगा. सरकार अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन करेगी. देवरिया का मुजफ्फपुर से तुलना गलत है. देवरिया कांड में हमने एक्शन समय पर लिया है. जहां पर लापरवाही सामने आई थी वहां भी कार्रवाई की. देवरिया कांड के दोषी बख्शे नहीं जाएंगे.''
राम मंदिर के सवाल पर- राम ही तय करेंगे
राम मंदिर कब बनेगा? सवाल पर योगी आदित्यनाथ ने कहा, ''व्यक्ति को आशावादी बनना चाहिए. प्रभु राम का कार्य है और इसकी तिथि राम जी ही तय करेंगे. जो होना है वो होकर रहेगा उसे कोई टाल नहीं करेगा.''
#शिखरसमागम में यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ LIVE https://t.co/LyhfNY1LTw
— ABP न्यूज़ हिंदी (@abpnewshindi) September 1, 2018
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