हिंदुस्तान शिखर समागम: स्मृति ईरानी बोलीं- 100 करोड़ पर 15 करोड़ भारी कहने वालों को समझाऊं?
हिंदुस्तान शिखर समागम में केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने CAA पर खुलकर अपनी बात रखी. उन्होंने कहा कि बच्चों से PM का कत्ल कर देंगे बुलवाना ममता का प्रतीक नहीं
नई दिल्ली: एबीपी न्यूज़ के खास कार्यक्रम 'हिन्दुस्तान शिखर समागम' में देश की बड़ी राजनीतिक हस्तियां देश के मौजूदा हालात पर अपनी राय व्यक्त कर रहे हैं. सबसे पहले केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने मौजूदा हालात पर अपनी बात रखी. उन्होंने CAA से लेकर योगी आदित्यनाथ के बयान तक पर अपनी बात बेबाकी से रखी. उन्होंने प्रदर्शन कर रहे महिलाओं को लेकर कहा कि इस कानून से हिन्दुस्तान की महिलाओं को कोई खतरा नहीं है.
CAA पर क्या बोला
शाहीन बाग समेत देश के दूसरे हिस्सों में प्रदर्शन कर रही महिलाओं को समझाने को लेकर स्मृति ईरानी ने कहा,'' छोटे बच्चों को बोला जाता है कि बोलो देश के प्रधानमंत्री का कत्ल कर देंगे , यह ममता की परिभाषा नहीं है. चार महीने के बच्चे को गोद में मार दिया जाए उसे जिहाद नहीं कहते. जो भी कानून पढ़ता है, जानता है, उसे पता है कि पाकिस्तान में किस तरह अल्पसंख्यकों की प्रताड़ित किया जा रहा है. CAA भारत की महिलाओं के लिए नहीं है. उनको अधिकार है बोले.''
मिशन राहुल नहीं था
लोकसभा चुनाव में जीत को लेकर स्मृति ईरानी ने कहा कि मेरे लिए मिशन राहुल कभी था ही नहीं. मैं बस प्रतीक बनी. जनता ने गांधी परिवार को नकार दिया. मैं अमेठी की दीदी बन गई. चुनाव से पहले मुझसे पूछा गया कि राहुल को चुनौती करने की ंमेरी औकात क्या है. आप पर निर्भर करता है कि आप किस परिस्थिति में कैसे निपटते हैं.
अमेठी में पहली बार इतना काम हुआ
अमेठी में क्या काम हुआ है ? इसको लेकर उन्होंने कहा- मेरे पास 10 हजार काम की लिस्ट है जो मैंने पिछले एक साल में अमेठी के लिए किया उसकी लिस्ट तैयार है. अमेठी के इतिहास में पहली बार सैनिक स्कूल आ रहा है. अमेठी में पहली बार मेडिकल कॉलेज आ रहा है. 5 हजार कोरोड़ की लागत से फैक्ट्री बन रही है. मैं अमेठी के सपनों को पूरा करने के लिए चुनी गई हूं. अमेठी की परिभाषा एक खानदान तक सीमित हो गई थी. आज अमेठी जनता की पहचान है.
योगी आदित्यनाथ के बयान पर क्या कहा
स्मृति ईरानी ने कहा,'' कांग्रेस नहीं चाहेगी कि माइनोरिटी और बीजेपी में सहमति हो. हम कहते हैं कि पक्षपात नहीं विकाश की राजनीति करो. नरेंद्र मोदी सबके प्रधानमंत्री हैं. वारिस पठान का बयान सुर्खियां क्यों नहीं बनता है. सलमान खुर्शीद जैसे नेता आजादी के नारे क्यों लगवाते हैं.
तापसी की फिल्म पर क्या कहा