हिंदुस्तान शिखर समागम : शाहीन बाग, NPR और NRC के मुद्दे पर आपस में भिड़े ओवैसी और सुधांशु त्रिवेदी, जानिए क्या कहा
हिंदुस्तान शिखर समागम : शाहीन बाग के मुद्दे पर औवैसी और सुधांशु त्रिवेदी आपस में भिड़ गए. दोनों के बीच जमकर बहस हुई.
नई दिल्ली: हिंदुस्तान शिखर समागम के मंच पर ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के अध्यक्ष और हैदराबाद से सांसद असदुद्दीन ओवैसी और बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता सुधांशू त्रिवेदी ने अपनी बात रखी. दोनों के बीच CAA समेत कई मुद्दों पर जमकर बहस हुई.
सुधांशू त्रिवेदी ने कहा ने ट्रंप के आने को लेकर कहा, '' अमेरिका के साथ हमारी दोस्ती है. हमारे लिए गर्व की बात है कि वो आ रहे हैं.मैक्सिको में जो दीवार बनाते हैं. वह हमको समझाये ये ठीक नहीं. जो मैक्सिको में दीवार बनाते हैं और पैन इस्लामिक आतंकवाद की बात करते हैं उनके लिए यही कहूंगा कि पर उपदेश कुशल बहुतेरे.''
असदुद्दीन ओवैसी ने पलटवार करते हुए कहा, '' अमेरिका को अगर अपना दोस्त मानते हैं तो अमेरिका ने ड्रोन्स तालिबान को मार गिराते हैं. लेकिन हम ये क्यों नहीं पूछते कि अभी तक हाफिज सईद को क्यों नहीं मारा. अमेरिका की संसद में आर्टिकल 370 पर चर्चा हुई. अब अगर अमेरिका से आकर उनका प्रेसिडेंट कहेगा कि आपके यहां धार्मिक स्वतंत्रता की कमी है. अमेरिका को दोस्त समझ कर हम गलती कर रहे हैं. हमारी विदेश नीति क्या है कोई बताए. अमेरिकी में मोदी ट्रंप से इतनी बार गले मिले लेकिन मिले कुछ नहीं.''
CAA पर दोनों के बीच टकराव
बीजेपी प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने कहा- शाहीन बाग का आंदोलन विचित्र आंदोलन है. शाहीन बाग में चार पांच हजार लोग बैठे हैं लेकिन चार पांच प्रतिनिधि नहीं चुन पा रहे हैं. ना लिखित मांगे और ना ही कोई प्रतिनिधि हैं. हनुमान चालीसा पढ़कर चुनाव जीतने वाले भी शाहीन बाग नहीं गए.''
ओवैसी ने कहा,'' बीजेपी ने भी शाहीनबाग को मुद्दा बनाया लेकिन हार गए. सबको उतारा. शाहीनबाग एक ऑर्गेनिक प्रोटेस्ट हो रहे हैं. ये हमारे हाथ में नहीं है. लोग संविधान को बचाने के लिए उतरे हैं.''
सुधांशु त्रिवेदी ने भड़काउ बयान पर कहा,'' ये लोग पहले भी कह चुके हैं कि 15 करोड़ लोग 100 करोड़ पर भारी पड़ेंगे. पहले कह चुके हैं कि 15 मिनट के लिए पुलिस हटा लो फिर देखो''
ओवेसी ने पलटवार करते हुए कहा,''अगर नरेंद्र मोदी ने सुधांशु त्रिवेदी को 2024 तक मंत्री नहीं बनाया तो यह पक्का शायर बन जाएंगे. और मुझे यह भी पता है कि वो बनाएंगे नहीं. असम में एनआरसी हुआ जिसमें 19 लाख लोगों के नाम नहीं आए. इसमें 14 लाख गैर मुस्लिम थे और पांच लाख बांग्ला बोलने वाले मुस्लिम हैं. बीजेपी सीएए के जरिए 14 लाख लोगों को नागरिकता देना चाहती है. असम में मुख्यमंत्री ने यही बात कही. यही काम पूरे देश में करना चाहते हैं. एनपीआर ना सिर्फ मुस्लिम विरोधी है, बल्कि दलित विरोधी है, हिंदू विरोधी है और गरीब विरोधी है.''
NRC पर क्या कहा