नई दिल्लीः एनडीए सरकार में शहरों और सड़कों के नाम बदले जाने से नाराज जाने-माने इतिहासकार इरफान हबीब ने भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह पर करारा तंज किया है. हबीब ने कहा है कि शहरों और सड़कों के नाम बदले जाने से पहले पार्टी अध्यक्ष अमित शाह को और पार्टी के अंदर कई नेताओं का नाम बदलना चाहिए. हबीब ने कहा कि अमित शाह को अपने नाम का टाइटल बदल लेना चाहिए. हबीब ने कहा, "शाह संस्कृत का नहीं, बल्कि एक फारसी शब्द है. अगर वो शहरों के नाम बदल रहे हैं तो सबसे पहले उन्हें अपने नाम से इसकी शुरुआत करनी चाहिए."
इससे पहले जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती और उत्तर प्रदेश सरकार में मंत्री ओम प्रकाश राजभर ने भी बीजेपी के इस कदम की कड़ी आलोचना की थी. महबूबा ने कहा था कि विकास के कार्यों से जनता का ध्यान हटान के लिए सरकार ऐसे कदम उठा रही है.
बता दें कि हाल के दिनों में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दो जगहों के नाम बदले हैं. मुख्यमंत्री ने इलाहाबाद का नाम बदलकर प्रयागराज कर दिया वहीं फैजाबाद जिले का नाम बदल कर अयोध्या कर दिया था.
गौरतलब है कि यूपी में मुगलसराय जंक्शन का नाम बदल कर पंडित दीन दयाल उपाध्याय के नाम पर रखने का प्रस्ताव अमित शाह ने ही दिया था. जिसके बाद से इस रेलवे स्टेशन का नाम पंडित दीन दयाल उपाध्याय जंक्शन कर दिया गया था.
बीजेपी के नेता और यूपी के विधायक संगीत सोम ने कहा है कि मुजफ्फरनगर का नाम बदलकर लक्ष्मी नगर कर देना चाहिए. वहीं गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रुपाणी ने कहा था कि लोकसभा चुनाव 2019 से पहले अहमदाबाद का नाम कर्णावती कर दिया जाएगा.
इससे पहले साल 2015 में औरंगजेब रोड का नाम बदलकर पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम के नाम पर रखा गया था. इसके बाद केंद्रीय मंत्री वीके सिंह ने अकबर रोड का नाम बदलकर महाराणा प्रताप रखने का प्रस्ताव दिया था.