Ram Mandir In Ayodhya: जाने-माने इतिहासकार और लेखक विलियम डेलरिम्पल ने अयोध्या के राम मंदिर को लेकर प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने इस बात पर आश्चर्य व्यक्त किया है कि राम मंदिर मुद्दा खत्म हो गया. विलियम डेलरिम्पल सीएनएन-न्यूज़18 के साथ एक खास इंटरव्यू में बताया कि उन्होंने युवा पत्रकार के तौर पर पूरे अयोध्या आंदोलन को कवर किया था. 


'अटल बिहारी वाजपेयी का लिया था इंटरव्यू'


जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल के सह-निदेशक डेलरिम्पल 1-5 फरवरी तक होने वाले कार्यक्रम की पृष्ठभूमि में बात कर रहे थे. उन्होंने कहा, ''इस तरह की घटनाओं को ऐतिहासिक संदर्भ में देखना जरूरी है. दुनिया के सबसे महान इतिहासकार इन सभी मुद्दों पर चर्चा कर रहे हैं. यह पहली स्टोरीज में से एक थी जिसे मैंने 35 साल पहले कवर किया था.''


उन्होंने कहा, ''मैं लखनऊ गया था और (दिवंगत पूर्व प्रधानमंत्री) अटल बिहारी वाजपेयी का इंटरव्यू लिया था, जो उस समय लखनऊ के सांसद थे. वह पहला साक्षात्कार था जो मैंने किसी भारतीय राजनेता के साथ किया था.''


राम मंदिर को लेकर क्या कहा इतिहासकार विलियम डेलरिम्पल ने?


इतिहासकार डेलरिम्पल ने कहा, ''तब से मैंने एक युवा पत्रकार के रूप में पूरे अयोध्या आंदोलन को कवर किया. मुझे आश्चर्य है कि यह जहां था वहीं खत्म हो गया. जो हुआ उसको फॉलो करना बहुत दिलचस्प है.''


इतिहासकार ने कहा, ''मुझे नहीं लगता कि यह कोई ऐसी चीज है जो जयपुर के कार्यक्रम पर हावी होने वाली है क्योंकि वहां कई अन्य क्षेत्र भी हैं. देश कहां जा रहा है, इस पर राजनीतिक टिप्पणी करने के लिए हम कोई पॉलिटिकल कॉन्फ्रेंस नहीं हैं. हमारे पास कुछ प्रमुख लेखक और इतिहासकार हैं. यह निश्चित रूप से एक भूमिका निभाएगा लेकिन दुनिया एक मुद्दे से कहीं बड़ी है.''


बता दें कि जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल अयोध्या में राम मंदिर के उद्घाटन के कुछ दिनों बाद निर्धारित है. राम मंदिर का प्राण प्रतिष्ठा समारोह 22 जनवरी 2024 को होने की उम्मीद है. 


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