नई दिल्ली: पाकिस्तान का आतंक को किस तरह बढ़ावा दे रहा है, इसका एक और सबूत सामने आया है. पाकिस्तान से भेजा गया हिजबुल मुजाहिदीन का एक आतंकी कल नेपाल के रास्ते भारत में घुसपैठ के दौरान पकड़ा गया. आतंकी ने कैमरे के सामने बेहिचक कबूला कि उसे कश्मीर में आतंकी गतिविधियों के लिये भेजा गया है.
हिज्बुल मुजाहिदीन के इस आतंकी का नाम नसीर अहमद वाऩी है. नसीर अहमद वाऩी जम्मू-कश्मीर के बनिहाल कस्बे का रहने वाला है. नसीर को उस वक्त पकड़ लिया गया, जब वो यूपी के गोरखपुर में नेपाल की सीमा से लगे सोनौली बॉर्डर से भारत में घुस रहा था. बॉर्डर से लगे खेत से वो चोरी छिपे अंदर आ रहा था, तभी सीमा सुरक्षा बल की पेट्रोलिंग टीम के हत्थे चढ़ गया. उसके साथ आ रहा मोहम्मद शफी नाम का आतंकी नेपाल भागने में कामयाब हो गया.
पकड़े जाने पर नसीर ने खुद को नेपाल में कश्मीर का कंबल बेचने वाला व्यापारी बताया लेकिन इसका कोई सबूत पेश नहीं कर सका. उसके बैग से बरामद पाकिस्तानी पासपोर्ट, दस्तावेज और पाकिस्तानी रुपयों उसकी पोल खोल दी. नसीर ने बताया कि वो 2003 में पाकिस्तान आतंकी ट्रेनिंग के लिये गया था.
कश्मीर बॉर्डर पर सख्ती के कारण वो घुसपैठ नहीं कर सका, तो दुबई के रास्ते नेपाल आया और फिर गोरखपुर से ट्रेन के जरिये कश्मीर जाने वाला था. नसीर ने पूछताछ में साल 2002 और 2003 में कश्मीर में कई आतंकी वारदातों में शामिल होने की बात कबूली है.
पुलिस पूछताछ के मुताबिक नसीर आतंकी वारदातें करने और युवाओँ को उकसाने के इरादे से कश्मीर जा रहा था. गोरखपुर पुलिस अब राशिद नाम के उस शख्स को तलाशने में जुटी है, जो नसीर को गोरखपुर से ट्रेन के जरिये कश्मीर भेजने का बंदोबस्त कर रहा था.