नई दिल्ली : होली से पहले बाजारों में देशी गुलाल और रंगों की बहार है. वहीं कोरोना वायरस की वजह से इस बाजारों से चाइनीज सामान गायब हैं. जहां बीते सालों में चाइनीज पिचकारियों और मुखौटों की अच्छी खासी मांग रहती थी. वहीं इस बार लोग केसरिया गुलाल को सबसे ज्यादा पसंद कर रहे हैं. गुलाल के अलावा लोग प्राकृतिक रंग भी खरीद रहे हैं.


फुस्स हुए चाइनीज स्प्रे, देशी गुलाल ने मारी बाजी

जहां हर साल बाजारों में चाइनीज स्प्रे, पिचकारियों, मुखौटों और रंगों की भरमार रहती थी. वहीं इस बार सारे चाइनीज आइटम कोरोना की मार की वज़ह से बाजार से गायब हैं. ग्राहकों को इस बार अलग-अलग रंग के गुलाल पसंद आ रहे हैं. दुकानदारों की मानें तो सबसे अधिक डिमांड केसरिया रंग के गुलाल की है. होली पर चाइनीज माल की कमी की वज़ह से दुकानदारों ने भी गुलाल का स्टॉक किया है. इस बार बाजार में दस से अधिक तरह के रंगों में गुलाल उपलब्ध है. गुलाल की कीमत इस बार 20 रुपये से लेकर 100 रुपये तक है. भारतीय दुकानदारों का कहना है कि कोरोना वायरस की वजह से इस बार चीन से होली से संबंधित कम ही सामान भारत आया है. इस वजह से बचा हुआ चीनी सामान भी महंगा बिक रहा है. उन्होंने कहा कि इस बार वैसे भी चाइनीज माल की डिमांड कम है.

होली पर चलाइये ‘गुलाल बम’

होली पर इस बार आप दिवाली का भी मजा ले सकते हैं. बाजार में इस बार गुलाल बम भी काफी डिमांड में है. गुलाल बम अनार तरह की जलाया जाता है और सतरंगी रोशनी के साथ गुलाल भी बिखेरता है. इस गुलाल बम की कीमत 150 रुपये है. गुलाल बम के अलावा देश के अलग-अलग शहरों में बनने वाली टोपियों को भी लोग पसंद कर रहे हैं. वहीं पहले इन टोपियों की जगह चाइनीज मुखौटों ने ले रखी थी. बाजार के इस नए रूप को दुकानदार काफी पसंद कर रहे हैं. वहीं ग्राहकों को भी देशी गुलाल पसंद आ रहा है.