Indo Myanmar Border Fencing: केंद्र सरकार ने भारत-म्यांमार सीमा की बेहतर निगरानी के लिए बड़ी योजना बनाने का फैसला किया है. गृह मंत्री अमित शाह ने मंगलवार (6 फरवरी) को घोषणा की कि केंद्र सरकार ने 1643 किलोमीटर लंबी भारत-म्यांमार सीमा पर बाड़ लगाने का निर्णय लिया है. इसके अलावा सरकार निगरानी बढ़ाने के लिए बॉर्डर पर गश्त करने को ट्रैक का निर्माण भी कराएगी.
केंद्र सरकार की इस योजना को देश की सीमाओं को अभेद्य बनाने के रूप में बड़ा कदम माना जा रहा है. गृह मंत्री शाह का कहना है कि मोदी सरकार देश की सीमा को अभेद्य बनाने के लिए प्रतिबद्ध है. उन्होंने यह भी कहा कि बेहतर निगरानी के लिए भारत-म्यांमार सीमा पर गश्ती मार्ग को पक्का किया जाएगा.
'फेंसिंग करने के चलाए जा रहे 2 पायलट प्रोजेक्ट'
गृह मंत्री अमित शाह ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म 'एक्स' पर पोस्ट शेयर कर लिखा है, ''सीमा की कुल लंबाई में से मणिपुर के मोरेह में 10 किमी तक पहले ही बाड़ लगाई जा चुकी है. इसके अलावा हाइब्रिड सर्विलांस सिस्टम (HSS) के माध्यम से फेंसिंग करने के 2 पायलट प्रोजेक्ट भी चलाए जा रहे हैं. इसके तहत अरुणाचल प्रदेश और मणिपुर में हर एक किमी की दूरी पर फेंसिंग की जा रही है. इसके अलावा मणिपुर में करीब 20 किलोमीटर तक फेंसिंग लगाने के काम को भी मंजूरी दे दी गई है और काम जल्द ही शुरू हो जाएगा.''
अरुणाचल प्रदेश, मणिपुर राज्यों की सुरक्षा और होगी मजबूत
उत्तर पूर्व का राज्य मणिपुर पिछले साल मई माह से अशांत हैं. केंद्र सरकार के इस फैसले को राष्ट्रीय सुरक्षा को मजबूत करने की दिशा में भी काफी अहम माना जा रहा है. अरुणाचल प्रदेश और मणिपुर में हर एक किमी की दूरी पर फेंसिंग का कार्य करने से सुरक्षा और मजबूत हो सकेगी.
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