(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
जम्मू कश्मीर में आतंकी घटनाओं के बीच अमित शाह ने की सुरक्षा एजेंसियों के साथ अहम बैठक, जानें क्या कुछ कहा?
Amit Shah in J&K: अनुच्छेद 370 को निरस्त करने के बाद पहली बार जम्मू-कश्मीर के दौरे पर आए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने आज यानी शनिवार को सुरक्षा एजेंसियों के साथ समीक्षा बैठक की.
Amit Shah in J&K: कश्मीर में हाला के दिनों में आतंकी गतिविधियों में इजाफा हुआ है. इस बीच अनुच्छेद 370 को निरस्त करने के बाद पहली बार जम्मू-कश्मीर के दौरे पर आए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने आज यानी शनिवार को सुरक्षा एजेंसियों के साथ समीक्षा बैठक की. राजभवन में हुई उच्च स्तरीय बैठक के दौरान गृह मंत्री को केंद्र शासित प्रदेश से आतंकवाद को खत्म करने के लिए उठाए गए कदमों और सुरक्षा बलों द्वारा घुसपैठ रोधी उपायों की जानकारी दी गई. अधिकारियों ने बताया कि बैठक में उप राज्यपाल और सेना, केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ), पुलिस और अन्य एजेंसियों के वरिष्ठ सुरक्षा अधिकारियों सहित नागरिक प्रशासन के शीर्ष अधिकारियों ने हिस्सा लिया.
वहीं, जम्मू-कश्मीर के तीन दिवसीय दौरे पर श्रीनगर पहुंचे अमित शाह ने यहां बैठक के बाद युवा क्लब के सदस्यों से बातचीत की. इस दौरान उन्होंने कहा, "किसी भी क्षेत्र में परिवर्तन करना है, तो उसका वाहक युवा हो सकता है. हमने मोदी जी के नेतृत्व में नए कश्मीर की रचना की शुरुआत की है. कश्मीर से पत्थरबाजी और आतंकवाद की खबरें आती थीं, लेकिन आज का युवा रोजगार की बात कर रहा है." शाह ने कहा, "युवाओं को रोजगार की चिंता हो, तो कश्मीर की चिंता करने की जरुरत नहीं है." उन्होंने बताया कि 4500 युवा क्लब बने हैं, जिसमें 4200 ग्रामीण क्षेत्रों के लिए हैं. उन्होंने कहा कि शिक्षा का विकास होता है, खेल का विकास होता है. युवाओं के लिए खेल बहुत जरुरी है. खेल सिखाता है और जीत-हार भी.
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, श्रीनगर पहुंचने के बाद वह सीधे इस साल आतंकवादियों के हमले में शहीद एक पुलिस अधिकारी के परिजनों से मिलने पहुंचे. बाद में उन्होंने घाटी में सुरक्षा स्थिति की समीक्षा बैठक की अध्यक्षता की. शाह ऐसे समय में श्रीनगर पहुंचे हैं जब घाटी में कई जगह भारी बारिश और हिमपात हुआ है. अधिकारियों ने बताया कि अगर मौसम ठीक रहा तो वह रविवार को जम्मू जाएंगे जहां वह एक जनसभा को संबोधित करेंगे और फिर श्रीनगर लौटेंगे.
उनके एजेंडे में सबसे पहले जम्मू-कश्मीर के पुलिस इंस्पेक्टर परवेज अहमद के परिवार से मुलाकात करना था. 22 जून को शहर के बाहरी इलाके नौगाम में मस्जिद में शाम की नमाज अदा कर लौट रहे अहमद को आतंकवादियों ने उनके घर के पास गोली मार दी थी. गृह मंत्रालय के एक अधिकारी ने बताया कि शाह ने परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त की और अहमद की विधवा फातिमा अख्तर को अनुकंपा के आधार पर सरकारी नौकरी में नियुक्ति के दस्तावेज सौंपे.
बाद में शाह ने ट्वीट किया, "आज शहीद परवेज अहमद डार के परिवार से मिला और उन्हें श्रद्धांजलि दी. मुझे और देश को उनकी बहादुरी पर गर्व है. जम्मू-कश्मीर पुलिस नए जम्मू-कश्मीर के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दृष्टिकोण को साकार करने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है."
नौगाम से वापसी के बाद शाह ने सुरक्षा स्थिति की समीक्षा की. इस दौरान उन्होंने विशेष रूप से आम नागरिकों ज्यादातर गैर-स्थानीय मजदूरों और अल्पसंख्यकों को निशाना बनाकर की गई हत्याओं के बाद कश्मीर घाटी में आतंकवाद का मुकाबला करने के लिए उठाए गए कदमों की समीक्षा की.
अधिकारियों ने बताया, "घाटी में सुरक्षा बलों की अतिरिक्त तैनाती की गई है. विशेष रूप से यहां शहर में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है." आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि हाल में आम नागरिकों की हत्याओं के मद्देनजर अतिरिक्त अर्धसैनिक बलों की 50 कंपनियों, करीब 5000 जवानों को घाटी में तैनात किया जा रहा है. अधिकारियों ने बताया कि श्रीनगर के कई इलाकों के साथ कश्मीर घाटी के अन्य हिस्सों में सीआरपीएफ के बंकर बनाए गए हैं. साल 2019 में शाह जब घाटी के दौरे पर आए थे, तब भी उन्होंने एक शहीद पुलिस अधिकारी के परिजनों से मुलाकात की थी.