नई दिल्ली: लोकसभा के बाद राज्यसभा से भी एसपीजी संशोधन बिल पास हो गया है. इस बिल में प्रावधान रखा गया है कि देश के प्रधानमंत्री को ही एसपीजी की सुरक्षा प्रदान की जाएगी और बाकी सभी लोगों को जिनको सुरक्षा का खतरा है उनको अलग-अलग सुरक्षा कवर तो दिए जाएंगे लेकिन सुरक्षा एसपीजी के जवान नहीं देंगे. राज्यसभा में चर्चा के दौरान गृह राज्य मंत्री जी किशन रेड्डी ने एसपीजी संशोधन वाला बिल सदन के सामने पेश किया. इस दौरान केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह भी राज्यसभा में मौजूद थे.
कांग्रेसी सांसदों ने बिल का विरोध किया
बिल पर चर्चा के दौरान कांग्रेसी सांसद विवेक तन्खा ने कहा कि इस बिल का मुख्य मकसद गांधी परिवार से सुरक्षा वापस लेने का है. वह गांधी परिवार जिसने अपने दो सदस्यों को आतंकी घटनाओं में गंवा दिया. विवेक तन्खा ने इसके साथ ही प्रियंका गांधी के घर में हुई घुसपैठ का मुद्दा उठाते हुए कहा कि कुछ दिन पहले प्रियंका गांधी के घर पर लोग घुस गए. यह कैसी सुरक्षा है ऐसे मुद्दों पर राजनीति नहीं होनी चाहिए.
विवेक तन्खा के साथ-साथ कांग्रेसी सांसद बीके हरिप्रसाद ने कहा कि सरकार की तरफ से बताया यह जाता है की गांधी परिवार ने 600 से ज्यादा बार एसपीजी के सुरक्षा नियमों की अनदेखी की. लेकिन अधिकतर बार अनदेखी तब हुई जब गांधी परिवार बीजेपी शासित राज्य में गया जहां पर सही सुरक्षित गाड़ी भी नहीं मुहैया कराई गई इसके चलते हैं गाड़ी को बदला गया.
समाजवादी पार्टी ने भी बिल का विरोध किया
चर्चा में हिस्सा लेते हुए समाजवादी पार्टी सांसद प्रोफेसर रामगोपाल यादव ने कहा की सुरक्षा के मायने सरकार बदलने के साथ बदलते रहते हैं. लेकिन खतरा तब ज्यादा होता है जब एक बार आप महत्वपूर्ण पद पर से हट जाते हैं क्योंकि तब वह लोग आपके खिलाफ बदला लेने के लिए सामने आ जाते हैं जिनके खिलाफ आपने पद पर रहते हुए कोई कार्रवाई की थी.
पूर्व प्रधानमंत्री चंद्रशेखर के बेटे नीरज शेखर ने समर्थन किया
पूर्व प्रधानमंत्री चंद्रशेखर के बेटे और बीजेपी सांसद नीरज शेखर ने एसपीजी अमेंडमेंट बिल पर बोलते हुए कहा कि जब मैं कुछ नहीं था तब भी मुझे एसपीजी की सुरक्षा मिली हुई थी. मुझे तो बहुत अच्छा लगता था तब मुझे ऐसा लगता था कि जैसे मैं खुद पीएम हूं. लेकिन मेरा भी है मानना है कि जो लोग उसके हकदार नहीं हैं उनको एसपीजी सुरक्षा कवर नहीं दिया जाना चाहिए. एसपीजी सुरक्षा सिर्फ प्रधानमंत्री की होनी चाहिए.
बीजू जनता दल सरकार के साथ खड़ी हुई
वहीं बीजू जनता दल के प्रसन्ना आचार्य ने कहा कि प्रधानमंत्री को एसपीजी सुरक्षा मिलना अलग बात है. लेकिन प्रधानमंत्री ना रहने के बाद उनके पूरे परिवार को एसपीजी सुरक्षा मिलना कहीं से जायज नहीं ठहराया जा सकता. गांधी परिवार ने अपने दो महत्वपूर्ण सदस्यों को खोया है उसे कोई इनकार नहीं कर सकता. लेकिन इसके चलते पूरे परिवार को हमेशा के लिए एसपीजी सुरक्षा दिए रहना भी ठीक नहीं है.
आरजेडी और सीपीआई का विरोध
आरजेडी सांसद मनोज झा ने एसपीजी संशोधन बिल का विरोध किया. इसके साथ ही सीपीआई सांसद विनोद विश्वम ने भी एसपीजी संशोधन बिल का विरोध किया.
बीजेपी सांसदों ने उठाए सवाल
चर्चा में से लेते हुए बीजेपी सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने कहा मैं इस संशोधन के साथ में हूं. सिर्फ एक परिवार को एसपीजी सुरक्षा की मांग को लेकर कांग्रेस मांग कर रही है क्योंकि इसके अलावा तो किसी और को प्रधानमंत्री को एसपीजी सुरक्षा देने की मांग कभी नहीं की गई. स्वामी ने गांधी परिवार पर इस दौरान हमला करते हुए कहा की हम तो यह चाहते हैं यह सभी लोग सुरक्षित रहें जिससे कि भ्रष्टाचार के आरोप में मैं इनको जेल जाते हुए देख सकूं.
सुब्रह्मण्यम स्वामी के बाद बीजेपी सांसद जीवीएल नरसिम्हा ने भी गांधी परिवार एसपीजी सुरक्षा हटाने के मुद्दे पर हो रहे हंगामे पर सवाल उठाते हुए कहा आखिर गांधी परिवार को खतरा है किससे?
'बसपा ने किया बिल का समर्थन'
इसके बीच सदन में मौजूद बहुजन समाज पार्टी (बीजेपी) के सतीश चंद्र मिश्र ने एसपीजी संशोधन बिल का समर्थन करते हुए कहा कि सरकार को यह तय करना चाहिए कि किस वक्त किसको कितना खतरा है और उसी आधार पर एसपीजी की सुरक्षा देनी चाहिए सिर्फ नाम के लिए नहीं.
आम आदमी पार्टी का विरोध
जबकि आम आदमी पार्टी सांसद संजय सिंह ने एसपीजी संशोधन बिल का विरोध किया कहा कि सुरक्षा के मामले पर राजनीति नहीं होनी चाहिए.
'गांधी परिवार से एसपीजी सुरक्षा हटने का इस बिल से संबंध नहीं'
अंत में गृहमंत्री अमित शाह ने एसपीटी संशोधन बिल को लेकर सदन के सामने उसने सवालों का जवाब देते हुए कहा कि कुछ लोग ऐसा भी कह रहे हैं कि इस बिल को एक परिवार से एसपीजी सुरक्षा हटाने के लिए लाया गया है मतलब गांधी परिवार को ध्यान में रखा गया है लेकिन ऐसा नहीं है. गांधी परिवार से एसपीजी सुरक्षा हटाने का फैसला तो पुराने कानून के आधार पर ही कर लिया गया था और उसका इस बिल से कोई लेना देना नहीं है.
'गांधी परिवार को मिली हुई है अभी भी जेड प्लस सुरक्षा'
अमित शाह ने कहा कि गांधी परिवार से एसपीजी सुरक्षा भले हटाई गई हो लेकिन उनको जेड प्लस सुरक्षा मिली हुई है और उसमें भी वह जवान शामिल है जो कभी ना कभी एसपीजी में काम कर चुके हैं और जिनको एसपीजी की ट्रेनिंग मिली हुई है. तो ऐसे में सुरक्षा का नाम जरूर बदला है लेकिन उसके स्तर में कोई बदलाव नहीं आया है. तो ऐसे मैसेज इस वजह से हंगामा नहीं होना चाहिए कि एक परिवार के पास से एसपीजी सुरक्षा हटा दी गई.
अमित शाह ने विपक्ष पर यह कहते हुए भी निशाना साधा कि जब पूर्व प्रधानमंत्रियों के पास है एसपीजी सुरक्षा हटाई गई तब किसी तरह का कोई हंगामा नहीं हुआ लेकिन जैसे ही गांधी परिवार के पास से एसपीजी सुरक्षा हटाई गई इस तरीके से राजनीति शुरू हो गई.
प्रियंका गांधी के घर दाखिल होने वाले थे कांग्रेसी कार्यकर्ता
अमित शाह ने इसके साथ ही प्रियंका गांधी के घर पर हुई घुसपैठ मामले पर भी सदन में जानकारी देते हुए कहा कि 25 नवंबर को प्रियंका गांधी के घर से सुरक्षाकर्मियों को जानकारी दी गई थी कि राहुल गांधी एक काले रंग की गाड़ी में आएंगे. अमूमन जब घर के अंदर से यह जानकारी दी जाती है कि कोई शख्स किस तरह से आएगा तो फिर उसकी गाड़ी को रोका नहीं जाता है, सीधा अंदर जाने दिया जाता है और ऐसा ही 25 तारीख को भी किया गया. लेकिन उस गाड़ी में राहुल गांधी नहीं थे मेरठ महिला कांग्रेस कि कार्यकर्ता मौजूद थी और उनके साथ चार लोग थे. लेकिन फिर भी अब इस मामले की जांच की जा रही है और शुरुआती तौर पर जिन लोगों की लापरवाही पाई गई है उन 3 लोगों को सस्पेंड कर दिया गया है.
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