DGP Conference Odisha: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शुक्रवार (29 नवंबर) को ओडिशा के भुवनेश्वर में 59वें डीजीएसपी/आईजीएसपी सम्मेलन का उद्घाटन किया. इस तीन दिवसीय सम्मेलन में देश की मौजूदा और उभरती सुरक्षा चुनौतियों पर चर्चा की जा रही है. सम्मेलन में पुलिस नेतृत्व, केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों (CAPFs) और केंद्रीय पुलिस संगठनों (CPOs) के अधिकारी शामिल हुए. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सम्मेलन के दूसरे और तीसरे दिन इसकी अध्यक्षता करेंगे.


गृह मंत्री अमित शाह ने अपने संबोधन में पूर्वी सीमाओं पर उभरती सुरक्षा चुनौतियों, शहरी पुलिसिंग और इमिग्रेशन के ट्रेंड्स पर ध्यान केंद्रित करने की आवश्यकता पर जोर दिया. वहीं, जीरो टॉलरेंस नीति के तहत निर्णायक कार्रवाई की दिशा में पहल करने का आह्वान किया. उन्होंने जम्मू-कश्मीर, उत्तर-पूर्व, और वामपंथी उग्रवाद प्रभावित क्षेत्रों में सुरक्षा स्थिति में सुधार पर संतोष व्यक्त किया.


राष्ट्रीय विकास में सुरक्षा संस्थानों की भूमिका


गृह मंत्री ने नए आपराधिक कानूनों को भारत की न्याय प्रणाली को दंड-केंद्रित से न्याय-केंद्रित बनाने वाला बताया. उन्होंने वर्ष 2047 तक भारत को विकसित राष्ट्र बनाने और 2027 तक तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने के लक्ष्य में सुरक्षा संस्थानों की भूमिका पर जोर दिया.






सूचना ब्यूरो के अधिकारियों को मिला पुरस्कार


गृह मंत्री अमित शाह ने सूचना ब्यूरो के अधिकारियों को उत्कृष्ट सेवा के लिए पुलिस मेडल प्रदान किए. सम्मेलन के दौरान उन्होंने ‘Ranking of Police Stations 2024’ पुस्तक का विमोचन किया और देश के तीन सर्वश्रेष्ठ पुलिस थानों को ट्रॉफी प्रदान की. बता दें कि अगले दो दिन सम्मेलन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राष्ट्रीय सुरक्षा पर चर्चा का नेतृत्व करेंगे.


इस दौरान देश का शीर्ष पुलिस नेतृत्व विभिन्न मुद्दों पर खाका तैयार करेगा. यह सम्मेलन हाइब्रिड मोड में आयोजित किया जा रहा है. राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के पुलिस प्रमुख, CAPFs और CPOs के प्रमुख शामिल हुए. पुलिस अधिकारी भी वर्चुअल मोड में भाग ले रहे हैं.



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