Amit Shah Chhattisgarh Visit: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने आज 25 अगस्त को नशा मुक्त भारत अभियान के तहत नवा रायपुर में नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (NCB) कार्यालय का उद्घाटन किया. इस मौके पर छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साईं, केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय और डिप्टी सीएम विजय शर्मा मौजूद रहे. नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो रायपुर की आंचलिक इकाई केंद्रीय सचिवालय भवन, तृतीय तल, डी-विंग, सेक्टर-24, नवा रायपुर अटल नगर में स्थित है.
अमित शाह छत्तीसगढ़ में ड्रग्स को लेकर पैदा हुए हालातों की समीक्षा बैठक के लिए पहुंचे. यहां उन्होंने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि मोदी सरकार ने नशामुक्त भारत का संकल्प लिया हुआ है और इसमें बहुत सारे काम हो रहे है. ये एक वैश्विक समस्या है और हमें इस लड़ाई को शिद्दत और जुनून के साथ लड़ना होगा.
नशे के खिलाफ लड़ाई हार चुकी है दुनिया: अमित शाह
गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि दुनिया के कई देश नशे के खिलाफ लड़ाई हार चुके हैं. नारकोटिक्स से अर्जित किया हुआ धन आतंकवाद और नक्सलवाद में इस्तेमाल होता है. नारकोटिक्स से अर्जित किया हुआ धन देश को बर्बाद करने में लगाया जाता है. इसी को लेकर 5000 वर्ग फीट में रायपुर में फैला हुआ नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो जोनल ऑफिस नशे के रोकथाम में एक प्रभावी कदम होगा.
जीरो टॉलरेंस के साथ नशा मुक्त भारत बनाना है: अमित शाह
अमित शाह ने कहा कि यह हम सभी की जिम्मेदारी है कि हम जीरो टॉलरेंस के रवैये के साथ देश को नारकोटिक्स मुक्त, नशा मुक्त बनाएं और प्रधानमंत्री के संकल्प को पूरा करें. मुझे विश्वास है कि नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो का यह जोनल कार्यालय नारकोटिक्स नियंत्रण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा. हमने देश के हर राज्य में एक नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो स्थापित करने का लक्ष्य रखा है. मादक पदार्थों की तस्करी का चलन बदल रहा है. तस्कर प्राकृतिक दवाओं से सिंथेटिक दवाओं की ओर बढ़ रहे हैं, जो बहुत कम मात्रा में बनती हैं. ये दवाएं सबसे ज्यादा नुकसान पहुंचाती हैं और इनकी कीमत भी सबसे ज्यादा होती है. छत्तीसगढ़ में नशीली दवाओं का उपयोग 1.45 प्रति व्यक्ति है, जो राष्ट्रीय औसत से ज्यादा है.
छत्तीसगढ़ में गांजे की खपत का अनुपात दोगुना
गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि छत्तीसगढ़ में गांजे की तस्करी एक बहुत बड़ी चुनौती है. छत्तीसगढ़ में गांजे की खपत का अनुपात पूरे देश की तुलना में दोगुना है. जांच एजेंसियों को साइंटिफिक अप्रोच ले जाने की जरूरत है. नशे का तंत्र नष्ट होना चाहिए, पूरी चेन को समाप्त करना होगा. नशे पुनर्वास केंद्रो का बराबर अपग्रेडेशन होना चाहिए.
बहुत काम हुए बहुत होना बाकी: अमित शाह
गृह मंत्री ने कहा कि न्यू एज चैलेंज जैसे क्रिप्टो, ई कॉमर्स, ड्रोन के जरिए डिलीवरी, टेली हेल्थ सेवा, मोबाइल ऐप ऐसी चुनौतियां हैं, जो हाल ही के दिनों में उपजी हैं. उन पर काबू पाने के लिए प्रभावी रणनीति बनानी चाहिए. नशे के खिलाफ मामला दर्ज करने में 230 प्रतिशत की वृद्धि आई है. 22000 करोड़ के ड्रग्स सीज किए गए है. बहुत काम हुए हैं और बहुत काम होना बाकी है. जो लक्ष्य तय किए गए हैं उसका रिव्यू भी किया जाना चाहिए.