Amit Shah on Pegasus Spying: इजरायली कंपनी के सॉफ्टवेयर पेगासस के जरिए कथित जासूसी कांड के आरोपों पर विपक्ष के हमलावर रुख के बीच केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सोमवार की शाम को इसे एक साजिश करार दिया. उन्होंने कहा कि विघटनकारी और अवरोधक शक्तियां अपने षडयंत्रों से भारत की विकास यात्रा को नहीं रोक पाएगी और मॉनसून सत्र देश में विकास के नए मानदंड को स्थापित करेगा. गृह मंत्री ने कहा कि पिछली शाम को हमने एक रिपोर्ट देखी, जिसे कुछ वर्गों ने वैश्विक स्तर पर भारत को अपमानित करने के लिए बढ़ाया है.


देश विरोधी ताकतें कर रहीं भारत को बदनाम


गृह मंत्री ने आगे कहा कि अभी कुछ दिन पहले ही प्रधानमंत्री की ओर से केंद्रीय मंत्रिपरिषद का विस्तार किया गया, जिसमें देश के हर कोने से समाज के हर वर्ग विशेषकर महिलाओं, किसान, दलित और पिछड़े वर्ग से चुनकर आए सदस्यों को विशेष प्रतिनिधित्व दिया गया. लेकिन, कुछ ऐसी देशविरोधी ताकतें हैं जो पीएम मोदी द्वारा महिलाओं और समाज के पिछड़े व वंचित वर्ग को दिए गए सम्मान को पचा नहीं पा रही हैं. ये वही लोग हैं जो निरंतर देश की प्रगति को बाधित करने का प्रयास करते रहते हैं.


अमित शाह बोले- छवि धूमिल करने का प्रयास


उन्होंने कहा कि ऐसे में सवाल उठता है कि ये लोग किसके इशारे पर भारत की छवि को धूमिल करने का काम कर रहे हैं? उन्हें बार-बार भारत को नीचा दिखाने में क्या ख़ुशी मिलती है? अपना जनाधार व राजनीतिक महत्व खो चुकी कांग्रेस को इसमें कूदते देखना न तो अप्रत्याशित लगता है और ना ही आश्चर्यजनक. कांग्रेस के पास लोकतंत्र को कुचलने का अच्छा अनुभव है. लोकतंत्र एवं विकास की अवरोधक कांग्रेस खुद आंतरिक कलह से जूझ रही है इसलिए वो संसद में आने वाले किसी भी प्रगतिशील कार्य को पटरी से उतारने की हर सम्भव कोशिश कर रही है.






गृह मंत्री ने कहा कि आज जब प्रधानमंत्री जी लोकसभा और राज्यसभा में अपने नये मंत्रिपरिषद का परिचय कराने के लिए उठे, जो संसद की एक पुरानी व समृद्ध परंपरा है, तो कांग्रेस के नेतृत्व में विपक्ष के नेताओं ने दोनों सदनों के वेल में आकर सदन की कार्यवाही की बाधित किया. क्या वो हमारे लोकतंत्र के मंदिर और उसकी गरिमा का ऐसे ही सामान करते हैं? यही व्यवहार उन्होंने तब भी जारी रखा जब सूचना एवं प्रसारण मंत्री इस मुद्दे पर बोलने के लिए आये.


सरकार की प्राथमिकता- राष्ट्र कल्याण


अमित शाह ने कहा कि इस वाक्य को अक्सर लोग हल्के-फुल्के अंदाज में मेरे साथ जोड़ते रहे हैं, लेकिन आज मैं गंभीरता से कहना चाहता हूं- इस तथाकथित रिपोर्ट के लीक होने का समय और फिर संसद में ये व्यवधान...आप क्रोनोलोजी समझिये!


उन्होंने कहा कि यह भारत के विकास में विघ्न डालने वालो की भारत के विकास के अवरोधकों के लिए एक रिपोर्ट है. कुछ विघटनकारी वैश्विक संगठन हैं जो भारत की प्रगति को पसंद नहीं करते हैं. ये अवरोधक भारत के वो राजनीतिक षड्यंत्रकारी हैं जो नहीं चाहते कि भारत प्रगति कर आत्मनिर्भर बने. भारत की जनता इस क्रोनोलोजी और रिश्ते को बहुत अच्छे से समझती है. मैं देश की जनता को आश्वस्त करना चाहता हूं कि मोदी सरकार की प्राथमिकता स्पष्ट है – ‘राष्ट्रीय कल्याण’ और हम इसकी सिद्धि के लिए निरंतर कार्य करते रहेंगे चाहे कितनी भी बाधाएं आयें.


ये भी पढ़ें: जासूसी कांड पर कांग्रेस ने मांगा गृह मंत्री अमित शाह का इस्तीफा, कहा- पीएम मोदी की भूमिका की हो जांच