नई दिल्ली: गृह मंत्री अमित शाह ने मंगलवार को संसद में तीन तलाक विधेयक पारित होने की प्रशंसा की और कहा कि विधेयक से मुस्लिम महिलाओं को ‘‘पुरानी कुप्रथा से मुक्ति मिलेगी.’’ उन्होंने राज्यसभा में विधेयक पारित होने को भारत के लोकतंत्र के लिए महान दिन करार दिया. मुस्लिम महिला (विवाह अधिकार संरक्षण) विधेयक को राज्यसभा ने 84 के मुकाबले 99 मतों से पारित किया.


उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘मैं प्रतिबद्धताओं को पूरा करने और तीन तलाक पर कानून लाने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को बधाई देता हूं जो मुस्लिम महिलाओं को इस कुप्रथा से आजादी दिलाएगी. इस ऐतिहासिक विधेयक का समर्थन करने के लिए मैं सभी दलों को धन्यवाद देता हूं.’’






अमित शाह ने कहा, ''ट्रिपल तलाक बिल के पारित होने पर मैं देश भर की मुस्लिम बहनों को तीन तलाक के अभिशाप से छुटकारा मिलने पर बधाई देता हूं. इस ऐतिहासिक निर्णय से मोदी सरकार ने देश की मुस्लिम महिलाओं के लिए अभिशाप बने तीन तलाक से उन्हें मुक्ति देकर समाज में सम्मान से जीने का अधिकार दिया है.''


बीजेपी अध्यक्ष ने कहा, ''यह विधेयक मुस्लिम महिलाओं की गरिमा को सुनिश्चित करने और उसे अक्षुण्ण रखने के लिए उठाया गया एक ऐतिहासिक कदम है. यह मुस्लिम महिलाओं के जीवन में आशा और सम्मान का एक नया युग लाएगा.


कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने विधेयक पारित होने पर कहा कि मुस्लिम महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए आज ऐतिहासिक दिन है जब लोकसभा के बाद राज्यसभा ने भी तीन तलाक कानून को मंजूरी दे दी है. उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मुस्लिम महिलाओं से किया वादा निभाया और उनको तलाक- तलाक- तलाक से मुक्ति दिलाई.’’ केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने ट्वीट किया, ‘‘मुस्लिम महिला (विवाह अधिकार संरक्षण) विधेयक, 2019 का संसद से पारित होना संविधान, लोकतंत्र एवं संसदीय इतिहास का स्वर्णिम दिन है.’’


साझा रणनीति के अभाव में बिखरा विपक्ष, तीन तलाक पर कुछ इस तरह से राज्यसभा में सरकार ने जीती जंग