Amit Shah on Bihar Caste Survey: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने रविवार (5 नवंबर) को मुजफ्फरपुर में एक रैली को संबोधित किया. इस दौरान उन्होंने बिहार की नीतीश कुमार सरकार पर जाति आधारित सर्वेक्षण में जानबूझकर मुस्लिमों और यादवों की आबादी बढ़ाकर दिखाने का आरोप लगाया. 


मुजफ्फरपुर के पताही में पार्टी की एक रैली को संबोधित करते हुए शाह ने सीएम नीतीश कुमार पर तुष्टिकरण की राजनीति का आरोप लगाता हुए कहा, ‘‘बिहार में जाति जनगणना कराने का निर्णय तब लिया गया था जब नीतीश कुमार राजग (राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन) का हिस्सा थे.”


इंंडिया गठबंधन का एजेंडा पीएम का विरोध करना


पिछले साल, जदयू ने बीजेपी से नाता तोड़कर कांग्रेस, राजद और वाम दलों के महागठबंधन में शामिल हो गई थी. विपक्षी दलों के इंडिया गठबंधन पर हमला करते हुए गृह मंत्री अमित शाह ने आरोप लगाया कि इस गठबंधन का एकमात्र एजेंडा भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का विरोध करना है.


पीएम बनने का सपना देख रहे नीतीश- गृह मंत्री


इंडिया गठबंधन में जनता दल (यूनाइटेड) और राष्ट्रीय जनता दल (राजद) भी शामिल है. केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा, ‘‘नीतीश कुमार प्रधानमंत्री बनने का सपना देख रहे हैं, जो बिल्कुल भी पूरा होने वाला नहीं है. उन्हें (नीतीश को) इंडिया गठबंधन का संयोजक भी नहीं बनाया गया." उन्होंने विश्वास जताया कि अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव में बीजेपी बिहार की सभी 40 सीटें जीतेगी.


बिहार में गुंडाराज वापस- अमित शाह


उन्होंने आरोप लगाया, "बिहार में गुंडाराज वापस लाने के लिए नीतीश जिम्मेदार हैं. लालू-नीतीश कुमार की जोड़ी हमेशा पिछड़ी आबादी का अपमान किया." इस दौरान गृह मंत्री ने बिहार के लोगों के छठ महापर्व की शुभकामनाएं दीं. राज्य में नीतीश कुमार सरकार की ओर से कराए गए जाति आधारित सर्वेक्षण के निष्कर्षों को पिछले महीने सार्वजनिक किया गया था. सर्वेक्षण के अनुसार, राज्य में ओबीसी और ईबीसी कुल आबादी का 60 फीसदी से अधिक है.


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