Amit Shah Seemanchal Visit: आज से दो दिनों के लिए गृहमंत्री अमित शाह (Amit Shah) मिशन बिहार पर रहेंगे. इन दो दिनों के दौरान वह बिहार के सीमांचल (Seemanchal) में रहेंगे. ये बिहार का वो इलाका है जो नेपाल (Nepal) और बांग्लादेश (Bangladesh) की सीमा से सटा हुआ है. इसके बारे में दावा किया जाता है कि यहां बांग्लादेश से घुसपैठ और रोहिंग्या (Rohingya) से जुड़े मामले सबसे ज्यादा हैं.
इसके अलावा, बिहार का राजनीतिक पारा भी हाई हो गया है. हंगामा इस बात पर बरपा है कि अमित शाह बिहार क्यों आ रहे हैं और वो भी सीमांचल में जहां मुस्लिम आबादी का दबदबा है. आरजेडी प्रमुख लालू प्रसाद यादव ने अपने कार्यकर्ताओं को आगाह कर दिया है कि अमित शाह आ रहे हैं सतर्क रहना है. साल 2024 में बीजेपी को उखाड़ फेंकना है.
उधर बीजेपी नेता रवि शंकर प्रसाद ने पलटवार किया और कहा, "मैंने सुना है कि लालू नीतीश तेजस्वी परेशान हैं कि क्यों आ रहे हैं गृह मंत्री, तो क्या बिहार में आने के लिए अमित शाह को इनसे वीजा लेना पड़ेगा क्या?"
सीमांचल इलाके को समझिए
सीमांचल बिहार का वो इलाका है जो नेपाल, पश्चिम बंगाल और झारखंड से सटा हुआ है. इस सीमांचल में बिहार के चार जिले आते हैं- पूर्णिया, किशनगंज, अररिया और कटिहार. पूरे सीमांचल में मुस्लिम आबादी करीब 46 फीसदी है.
- किशनगंज में 68% मुस्लिम
- कटिहार में 44% मुस्लिम
- अररिया में 43% मुस्लिम
- पूर्णिया में 38% मुस्लिम आबादी
यही वजह है कि बीजेपी के इस इलाके में पटखनी मिलती रही है, इसलिए राजनीति पंडितों को मानान है कि अमित शाह साल 2024 के चुनाव का बिगुल फूेकने के लिए इस इलाके को चुना है.
अंतरराष्ट्रीय सीमा से सटा इलाका
बिहार (Bihar) के सीमांचल (Seemanchal) से नेपाल (Nepal) और बांग्लादेश (Bangladesh) की अंतरराष्ट्रीय सीमाएं (International Border) जुड़ती हैं, यही वजह है कि ये इलाका सुरक्षा (Security) के मद्देनजर काफी संवेदनशील रहा है. इतना ही नहीं, अवैध घुसपैठ के लिए भी ये बदनाम रहा है. अमित शाह (Amit Shah) दो दिनों तक सीमांचल के किशनगंज (Kishanganj) में ठहरेंगे, जहां से बांग्लादेश की सीमा सिर्फ 17 किलोमीटर दूर है. दावा है कि इसी बॉडर से घुसपैठियों की बाढ़ आती है.
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