नागरिकता संशोधन बिलः वोटिंग के दौरान शिवसेना का वॉकआउट, अमित शाह बोले- सत्ता के लिए कैसे-कैसे रंग बदलते हैं
शिवसेना ने सोमवार को लोकसभा में नागरिकता संशोधन बिल को अपना समर्थन दिया था. वहीं राज्यसभा में समर्थन देने को लेकर शर्तें रख दी थी.
नई दिल्ली: नागरिकता संशोधन बिल पर वोटिंग के दौरान शिवसेना के वाकआउट को लेकर केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने जमकर निशाना साधा. अमित शाह ने कहा कि मुझे आश्चर्य होता है कि सत्ता के लिए लोग कैसे-कैसे रंग बदलते हैं. शिवसेना ने कल लोकसभा में इस बिल का समर्थन किया था. महाराष्ट्र की जनता जानना चाहती है कि रात में ही ऐसे क्या हुआ कि उन्होंने आज अपना स्टैंड बदल दिया.
अमित शाह ने कहा, ''मुझे आश्चर्य होता है कि सत्ता के लिए लोग कैसे-कैसे रंग बदलते हैं. शिवसेना ने कल लोकसभा में इस बिल का समर्थन किया था. महाराष्ट्र की जनता जानना चाहती है कि रात में ही ऐसे क्या हुआ कि उन्होंने आज अपना स्टैंड बदल दिया.''
मुझे आश्चर्य होता है कि सत्ता के लिए लोग कैसे-कैसे रंग बदलते हैं।
शिवसेना ने कल लोकसभा में इस बिल का समर्थन किया था। महाराष्ट्र की जनता जानना चाहती है कि रात में ही ऐसे क्या हुआ कि उन्होंने आज अपना स्टैंड बदल दिया: श्री @AmitShah #IndiaSupportsCAB pic.twitter.com/uJSJpM3omF — BJP (@BJP4India) December 11, 2019
बता दें कि शिवसेना ने सोमवार को लोकसभा में नागरिकता संशोधन बिल को अपना समर्थन दिया था. वहीं राज्यसभा में समर्थन देने को लेकर शर्तें रख दी थी. शिवसेना ने कहा था कि हमारे कई सवाल हैं, उनके संतोषजनक जवाब मिलने के बाद ही हम तय करेंगे.
पीएम ने सांसदों का किया धन्यवाद
बिल पास होने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सभी सांसदों का धन्यवाद किया पीएम मोदी ने कहा कि यह बिल देश के इतिहास में मील का पत्थर साबित होगा यह उन लोगों के दर्द को दूर करेगा जिन्होंने सालों से उत्पीड़न सहा है.
सोनिया गांधी ने बतया 'काला दिन'
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने इस बिल के पास होने पर कहा कि यह देश के बहुत आवाज पर संकीर्ण वादी और कट्टर ताकतों की जीत है उन्होंने आज के दिन को भारतीय लोकतंत्र का काला दिन करार दिया.
क्या है नागरिकता संशोधन बिल
बता दें कि नागरिकता संशोधन बिल राज्यसभा में पास हो गया. बिल के पक्ष में 125 वोट पड़े तो वहीं 105 सांसदों ने इस बिल का विरोध किया. इससे पहले सोमवार को ही लोकसभा से यह बिल पारित हो चुका है.
इस बिल में अफगानिस्तान, बांग्लादेश और पाकिस्तान से धार्मिक प्रताड़ना के कारण भारत आए हिन्दू, सिख, बौद्ध, जैन, पारसी और ईसाई समुदायों के लोगों को भारतीय नागरिकता देने का प्रावधान है.
राज्यसभा से भी पास हुआ नागरिकता संशोधन बिल, पक्ष में 125 वोट तो विपक्ष में पड़े 105 वोट
राज्यसभा में CAB को लेकर विपक्ष के आरोपों के Amit Shah ने चुन-चुन कर दिए जवाब