मुबंई: कोरोना संकट के बीच लॉकडाउन के दौरान महाराष्ट्र के बड़े शहरों से गांवों की ओर मजदूरों का पलायन लगातार जारी है. महाराष्ट्र के गृहमंत्री अनिल देशमुख ने बताया की 19 मई रात नौ बजे तक महाराष्ट्र के 4,26,778 प्रवासी मजदूरों के लिए 320 श्रमिक रेल गाड़ियां चलाई गईं है. इनमें मुंबई के छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस से 51, लोकमान्य टिलक टर्मिनल से 45, पुणे से 32, बोरिवली से 25, बांद्रा टर्मिनल से 22 और पनवेल से 21 गाड़ियां चलीं है.


महाराष्ट्र के गृहमंत्री अनिल देशमुख ने बताया, "महाराष्ट्र सरकार ने अब तक 325 ट्रेनें यूपी-बिहार और अन्य राज्यो में श्रमिकों को लेकर भेजी है. आज 60 और ट्रेनें महाराष्ट्र के अलग-अलग हिस्सों से दूसरे राज्य में जाएंगी. इन ट्रेनों के जरिए अब तक करीब पांच लाख लोगों को महाराष्ट्र से भेजा गया है."


महाराष्ट्र के गृह मंत्री अनिल देशमुख ने श्रमिक मजदूरों से अपील की है कि वही मजदूर स्टेशनों पर जाएं जिन्हें कॉल करके बुलाया जाएगा अन्यथा स्टेशन पर भीड़ बढ़ती है. गृह मंत्री द्वारा अपील इसलिए भी हुई है क्योंकि पिछले कुछ दिनों से स्टेशन पर लोगों की भीड़ जुटती है जिससे कानून व्यवस्था की बिगड़ती है.


गृह मंत्री ने यह भी कहा कि पश्चिम बंगाल के जो मजदूर हैं, उन्हें भेजने के लिए वहां की सरकार से बातचीत चल रही है और जल्द ही इन मजदूरों को भी भेजा जाएगा. सरकार ने एक बड़ा फैसला लेते हुए ऐलान किया है कि महाराष्ट्र के मंत्रालय में काम करने वाले 40 से कम उम्र के लोगों को भी अब इन श्रमिकों की सूची बनाने के लिए पुलिस की मदद करनी होगी. श्रमिकों को भेजने के लिए पुलिस के साथ सूची तैयार करनी होगी, आज से इसे लागू किया गया है. एक अनुमान के मुताबिक मई महीने के अंत तक मुंबई शहर की आबादी का बड़ा वर्ग मुंबई से पलायन कर चला जाएगा.


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