(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
MLA Security: एकनाथ शिंदे के आरोपों पर गृह मंत्री दिलीप वालसे पाटिल की सफाई, कहा- सुरक्षा हटाने के नहीं दिए आदेश
Home Minister On Eknath Allegations: शिवसेना के बागी नेता एकनाथ शिंदे के आरोपों का जवाब देते हुए गृहमंत्री दिलीप वालसे पाटिल ने कहा है कि गृह मंत्रालय ने किसी विधायक की सुरक्षा नहीं हटाई है.
Dilip Valse Patil: शिवसेना (Shivsena) के बागी नेता एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde) ने महाराष्ट्र सरकार (Maharashtra Government) पर विधायकों की सुरक्षा वापस लेने का आरोप लगाया था जिस पर गृह मंत्री (Home Minister) दिलीप वालसे पाटिल (Dilip Valse Patil) ने सफाई देते हुए कहा है कि किसी की सुरक्षा (Security) वापस नहीं हटाई गई. उन्होंने कहा कि किसी भी विधायक की सुरक्षा नहीं हटाई गई और ऐसा कोई आदेश नहीं दिया गया है.
तो वहीं उन्होंने शिवसेना के बागी विधायक के कार्यालय पर शिवसेना कार्यकर्ताओं के हमले के मामले पर बोलते हुए कहा है कि जिन विधायकों के यहां शिवसेना कार्यकर्ताओं ने हमला किया है उन लोगों के घरों की सुरक्षा देने की कार्रवाई स्थानीय पुलिस करेगी. आपको बता दें कि आज शिवसेना के बागी विधायकों के कार्यालय पर पार्टी कार्यकर्ताओं ने हमला कर दिया था. जिसके बाद गृह मंत्री का ये बयान आया है.
182 आदेश जारी और एकनाथ शिंदे गुट पर गृह मंत्री
उन्होंने आगे कहा कि सरकार ने अपनी मेजॉरिटी नहीं खोई हुई है लिहाजा सरकार को फैसले लेने के पूरे अधिकार है. इसलिए सरकार को निर्णय लेने से कोई नहीं रोक सकता. तो वहीं उन्होंने एकनाथ शिंदे गुट पर बात करते हुए कहा कि संविधान के 10th शेड्यूल के मुताबिक किसी भी पार्टी के कोई विधायक अगर दल बदलना चाहते हैं तो उसकी अनुमति पहले हुआ करती थी लेकिन जो संविधान के 10 शेड्यूल में बदलाव किया है उसके बाद यह मुमकिन नहीं है. इसके लिए उन्हें पार्टी को मर्ज करना होगा कॉन्स्टिट्यूशन ऑफ़ इंडिया के मुताबिक अब यह बागी विधायक किस पार्टी में मर्ज करेंगे ये पता नहीं.
डिप्टी स्पीकर और इंटेलीजेंस विभाग
डिप्टी स्पीकर (Deputy Speaker) को लेकर उन्होंने कहा कि डिप्टी स्पीकर ने अजय चौधरी की नियुक्ति को लेकर जो फैसला लिया है उनके अधिकार क्षेत्र में आता है. मेरे पास इसकी बहुत ज्यादा जानकारी नहीं है लिहाजा मैं इस पर बोलना नहीं चाहता. तो वहीं इंटेलीजेंस (Intelligence) के मामले पर उन्होंने कहा कि शिवसेना (Shivsena) के बागी विधायक जब महाराष्ट्र (Maharashtra) छोड़कर जा रहे थे तो उसकी रिपोर्ट इंटेलिजेंस विभाग को थी. हालांकि यह नहीं पता था कि वह बगावत करने वाले हैं लेकिन वह स्टेट छोड़कर जा रहे हैं इसकी जानकारी पुलिस प्रशासन (Police Administration) ने अधिकारियों को दी थी.