श्रीनगर: केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह कश्मीर दौरे पर हैं. इस दौरान वह सीमा से लगे इलाकों में विकास के कामों का भी जायजा लेंगे. इससे पहले उन्होंने अपने दौरे के पहले दिन सीएम महबूबा मुफ्ती से मुलाकात की और श्रीनगर में स्पोर्ट्स कॉन्क्लेव को संबोधित किया.


राजनाथ सिंह ने कहा, "इस राज्य में कई खेल प्रतिभाएं कई सालों तक अंधेरे में खो गई थीं. अब हम राज्य में युवाओं और खेल प्रतिभाओं को मौका दे रहे हैं. मुझे विश्वास है कि जम्मू कश्मीर के युवा अपने भविष्य और अपने भाग्य को 'खेलों की करामात' और 'तालीम की ताकत' के जरिए बदल सकते हैं."


राजनाथ ने शेर-ए-कश्मीर इंडोर स्टेडियम में 6,000 से अधिक युवाओं (जिनमें अधिकांश खिलाड़ी थे) को संबोधित करते हुए कहा, "बच्चे गलतियां कर सकते हैं. यही कारण है कि हमने उन बच्चों के खिलाफ मुकदमा वापस लेने का फैसला किया है जिन्हे पत्थरबाजी के लिए गुमराह किया गया था."


इसके बाद राजनाथ सिंह ने पत्रकारों से कहा, "हम किसी से भी वार्ता कर सकते हैं. हम सभी से वार्ता करने के लिए तैयार हैं. वार्ता के लिए, यह जरूरी नहीं है कि आप एक ही जैसे सोच वाले लोगों से बात करें, बल्कि यह महत्वपूर्ण है कि सही सोच वाले लोगों के साथ बात की जाए."


उन्होंने कहा कि रमजान पवित्र महीना है और जो इस महीने में आतंकी गतिविधि में शामिल है, वह अपवित्र काम कर रहा है. सिंह ने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के इंसानियत, जम्हूरियत और कश्मीरियत को याद किया और कहा, "जो बंदूक उठाते हैं वह लोकतंत्र के समर्थक नहीं हो सकते."


रमजान के दौरान भारत ने संघर्ष विराम का एलान किया था जबकि पाकिस्तान की ओर से सीजफायर का उल्लंघन लगातार जारी है. केंद्र सरकार द्वारा 16 मई को संघर्ष विराम की घोषणा के बाद से आतंकवादियों ने सुरक्षाबलों पर ग्रेनेड और आईईडी से हमला कर भाग जाने की रणनीति अपनाई है.