सरहद पर दुश्मन को माकूल जवाब मिल रहा है: राजनाथ सिंह
नई दिल्ली: केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने आज कहा कि सेना के जवान और अधिकारी सरहद पर दुश्मन को माकूल जवाब दे रहे हैं और देश जो चाहता है वह भी जरूर होगा. उन्होंने कहा कि हमारे जवान देश के मान-सम्मान पर कोई आंच नहीं आने देंगे.
एक प्राइवेट न्यूज़ चैनल के कार्यक्रम में राजनाथ सिंह ने कहा कि पिछले कुछ दिनों में जो घटनाएं हुई हैं, उन्हें लेकर देश को सेना के जवानों पर भरोसा होना चाहिए. भारत एक मजबूत राष्ट्र है और हमें अपनी सेना के वीर जवानों के शौर्य और देशभक्ति पर नाज है.
आपको बता दें कि सीमा पर पाकिस्तान की तरफ से भीषण गोलीबारी और भारतीय जवानों के साथ कायराना हरकत को लेकर देश में भारी गुस्सा है और लोग पाकिस्तान के खिलाफ सर्जिकल स्ट्राइक से भी कड़ी कार्रवाई की मांग कर रहे हैं. कार्यक्रम में गृह मंत्री ने सीआरपीएफ के जांबाज कमांडेंट चेतन चीता को सम्मानित किया.
पाकिस्तान की गोलाबारी में दो नागरिकों की मौत
पाकिस्तानी सैनिकों ने एलओसी से सटे जम्मू कश्मीर के नौशेरा क्षेत्र में आज फिर से मोर्टार के गोले दागे जिसमें दो नागरिकों की मौत हो गई और तीन अन्य घायल हो गए. इसके कारण वहां से सैकड़ों लोगों को निकालकर सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया गया.
भारतीय सेना ने कहा कि पाकिस्तानी सेना की ओर से बिना उकसावे के छोटे हथियारों, स्वचालित हथियारों, 82 एमएम और 120 एमएम के मोर्टार से गोलाबारी की गई जिसका वह ‘‘जोरदार एवं प्रभावी तरीके से’’ जवाब दे रही है. पाकिस्तान की ओर से गोलाबारी सुबह सवा सात बजे शुरू हुई. अधिकारियों ने बताया कि पाकिस्तानी सैनिकों ने राजौरी जिले के नौशेरा स्थित जनगढ़, भवानी और लाम क्षेत्रों को निशाना बनाया.
अनिश्चितकाल के लिए बंद किए गए स्कूल
राजौरी के उपायुक्त शाहिद इकबाल चौधरी ने कहा, ‘‘नौशेरा इलाके में एलओसी के पास पाकिस्तानी सेना की गोलाबारी में दो लोगों की मौत हुई है और तीन अन्य घायल हुए हैं.’’ मृतकों की पहचान तुफैल हुसैन और उनकी रिश्तेदार आसिया बी के तौर पर पर हुई है. तुफैल की पत्नी जैतून बेगम गंभीर रूप से घायल हैं और उन्हें जम्मू स्थित सरकारी मेडिकल कॉलेज भेजा गया है.
चौधरी ने कहा, ‘‘हमने राजौरी जिले में एलओसी से सटे स्कूलों को अनिश्चितकाल के लिए बंद कर दिया है.’’ पुंछ के बालाकोट क्षेत्र में एलओसी से सटे स्कूलों को भी बंद किया गया है और लोगों से सीमाई इलाकों में नहीं जाने को कहा गया है.