नई दिल्ली: दिल्ली हिंसा पर एबीपी न्यूज ने आज सुबह गृह मंत्रालय की एक रिपोर्ट को लेकर एक खबर दी थी.एबीपी न्यूज़ ने बताया था कि गृह मंत्रालय को एक रिपोर्ट मिली है जिसमें दिल्ली हिंसा को लेकर पुलिस की कार्रवाई पर सवाल उठाए गए हैं. गृह मंत्रालय ने ट्वीट कर इस खबर का खंडन किया है लेकिन एबीपी न्यूज अपनी इस खबर पर कायम है. आपको बता दें कि गृह मंत्रालय के प्रवक्ता ने भले ही रिपोर्ट का खंडन किया हो लेकिन एबीपी न्यूज़ के पास इस रिपोर्ट की कॉपी मौजूद है.
गोपनीयता का सम्मान करते हुए एबीपी न्यूज़ फिलहाल इस रिपोर्ट को सार्वजनिक नहीं कर रहा है. बता दें कि 11-12 मार्च को दिल्ली हिंसा को लेकर गृहमंत्रालय को संसद में जवाब देना है. ऐसे में माना जा रहा है कि रिपोर्ट लीक होने को लेकर उठने वाले सवालों बचने के लिए गृहमंत्रालय इस तरह की किसी भी रिपोर्ट का खंडन कर रहा है. एबीपी न्यूज़ अपनी जिम्मेदारी समझते हुए अपनी खबर पर कायम है.
गृहमंत्रालय ने एबीपी न्यूज़ की रिपोर्ट को क्या कहा?
गृहमंत्रालय के प्रवक्ता के ट्विटर से एबीपी न्यूज़ पर दिखाई गई खबर के स्क्रीनशॉट शेयर किए गए. इसके साथ ही ट्विटर पर लिखा, ''एबीपी न्यूज़ ने अपने पास दिल्ली हिंसा पर गृहमंत्रालय की एक संवेदनशील रिपोर्ट होने का दावा किया है. इस तरह की कोई रिपोर्ट नहीं है, जैसा चैनल ने दिखाया है. सलाह है कि दिल्ली पुलिस जैसी प्रोफेशनल फोर्स की छवि इस तरह के बेबुनियाद दावों से खराब ना करें.''
एबीपी न्यूज़ ने अपनी रिपोर्ट में क्या बताया था?
एबीपी ने सूत्रों के हवाले जानकारी दी थी कि दिल्ली हिंसा को लेकर कई पुलिस अधिकारियों पर कार्रवाई हो सकती है. दिल्ली पुलिस प्रशासन में कई भारी फेरबदल की करने की तैयारी है. इसके साथ ही हमने अपनी खबर में बताया था कि इसकी जांच के आदेश भी दिए जा सकते हैं.
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक गृह मंत्रालय के पास हिंसा से जुड़ी एक रिपोर्ट पहुंची है. इस रिपोर्ट में कहा गया है कि दिल्ली पुलिस हिंसा को रोक नहीं पायी. सूत्रों के मुताबिक रिपोर्ट में कहा गया है कि खुफिया रिपोर्ट्स होने के बावजूद दिल्ली पुलिस स्थिति को संभाल पाने में नाकाम रही. इस रिपोर्ट में बताया गया है कि दंगों को लेकर पुलिस की प्रारंभिक प्रकिया बेहद लचर थी. पुलिस को जो एक्शन लेना चाहिए था उसने नहीं लिया.
रिपोर्ट में 22 फरवरी का जिक्र भी किया गया है. रिपोर्ट में कहा गया है कि 22 फरवरी की रात जाफराबाद मेट्रो स्टेशन के नीचे से पुलिस महिलाओं को हटा नहीं पायी. खुफिया रिपोर्ट्स होने के बावजूद पुलिस कुछ नहीं कर पायी. इसके साथ ही बाहरी लोगों को दिल्ली में घुसकर हिंसा करने से ही रोकने में पुलिस नाकाम रही.