नई दिल्ली: दिल्ली में कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच टेस्टिंग को लेकर केजरीवाल सरकार के केंद्र सरकार में ठन गई है. दरअसल, दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने केंद्रीय गृह सचिव अजय भल्ला को पत्र लिखा है और गृह मंत्रालय द्वारा दिल्ली सरकार के अधिकारियों पर टेस्टिंग न बढ़ाने का दबाव बनाने का आरोप लगाया है.


अब दिल्ली सरकार के इन दावों को केंद्रीय गृहमंत्रालय ने पूरी तरह खारिज किया है. गृह मंत्रालय के प्रवक्ता ने ट्वीट कर कहा कि गृह मंत्रालय द्वारा दिल्ली सरकार के अधिकारियों पर टेस्टिंग न बढ़ाने का दबाव बनाया जा रहा है, यह झूठ और निराधार है.


गृहमंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा, ''कोई भी आरोप कि गृहमंत्रालय दिल्ली सरकार पर दबाव डाल रहा है कि दिल्ली में टेस्टिंग नहीं बढ़ाया जाए, उसका कोई आधार नहीं है.''






क्या है पत्र में?


सत्येंद्र जैन ने कहा, "मैं यह पत्र माननीय गृह मंत्री को लिखना चाहता था लेकिन उनकी तबीयत खराब है और वह एम्स में भर्ती है इसलिए आपको लिख रहा हूं. पिछले कुछ दिनों से दिल्ली में कोरोना के केस थोड़े बढ़ने लगे हैं. एक जिम्मेदार सरकार होने के नाते दिल्ली सरकार का फर्ज है कि हम उसके ऊपर तुरंत कार्रवाई करें इस को मद्देनजर रखते हुए माननीय मुख्यमंत्री ने 26 अगस्त को सुबह 11:00 बजे अपने निवास स्थान पर सभी उच्च अधिकारियों की मीटिंग बुलाई."


उन्होंने कहा, "अभी तक दिल्ली में कोरोना की स्थिति से निपटने के लिए हमारी यह नीति रही है कि ज्यादा से ज्यादा टेस्टिंग करके मरीजों को चिन्हित करके उनको आइसोलेट किया जाए. इसी नीति के तहत मुख्यमंत्री ने आदेश दिया है कि अभी दिल्ली में जो प्रतिदिन 20,000 टेस्ट हो रहे हैं उनको डबल करके 1 हफ्ते के अंदर 40000 टेस्ट किए जाएं."


सत्येंद्र जैन ने कहा कि जबसे कोरोना का प्रभाव दिल्ली में आया दिल्ली सरकार केंद्र सरकार के साथ मिलकर इस का सामना कर रही है. लेकिन अभी जब कुछ अधिकारियों ने बताया कि गृह मंत्रालय द्वारा दिल्ली के अधिकारियों पर दबाव डाला जा रहा है कि दिल्ली में टेस्टिंग और नहीं बढ़ानी है तो मुझे बेहद सदमा लगा.


आज रात के करीब आठ बजे जारी दिल्ली सरकार के आंकड़ों के मुताबिक, पिछले 24 घंटे में दिल्ली में कोरोना के 1,840 नए केस आए हैं. इसी के साथ कोरोना संक्रमितों की संख्या 1,67,604 हो गई है. इनमें से 1,50,027  लोग ठीक हो चुके हैं और 4369 मरीजों की मौत हुई है.