नई दिल्ली: आतंकी हमलों पर सरकार के दावों और विपक्षी दलों के सवालों के बीच गृह मंत्रालय (MHA) ने रिपोर्ट जारी किया है. इसके मुताबिक, मोदी सरकार बनने के बाद देशभर में आतंकी हमलों में गिरावट देखी गई है. लेकिन कश्मीर में स्थिति और भी खराब हुई है. देश के आंतरिक हिस्सों की बात करें तो पिछले पांच सालों में सात आतंकी हमले हुए और इन हमलों में आम नागरिकों और सुरक्षाबलों को मिलाकर कुल 11 की मौत हुई. वहीं सात आतंकी मारे गए.
कश्मीर में स्थिति लगातार बिगड़ती चली गई. यहां 2014 से लेकर 2018 तक 1708 आतंकी गतिविधियां देखने को मिली. जिसमें 138 आम नागरिकों और 339 सुरक्षाबलों की मौत हुई. वहीं 838 आतंकियों को मार गिराया गया.
कश्मीर में 2014 में जहां 222 आतंकी घटनाएं हुई थी तो वहीं 2018 में यह आंकड़ा 614 पर पहुंच गया. 2014 में 28 आम नागरिकों और 47 सुरक्षाबलों के जवानों की मौत हुई थी. सुरक्षाबलों ने 110 आतंकियों को मार गिराया था.
2015 में 208 आतंकी घटनाएं हुई थी और इसमें 17 नागरिकों और 39 जवानों को जान गंवानी पड़ी. वहीं 108 आतंकियों को मार गिराया गया. 2016 में आंकड़ा बढ़कर 322 पर पहुंच गया. इस साल 15 आम नागरिकों और 84 जवानों की मौत हुई. वहीं सुरक्षाबलों ने 150 आतंकियों को मार गरिया.
2017 में 342 आतंक से जुड़ी वारदातें हुई और 80 जवानों समेत 40 आम नागरिकों की मौत हो गई. इस दौरान 213 आतंकियों को मार गिराया गया. 2018 में सबसे अधिक 614 आतंकी घटनाएं देखने को मिली. इस दौरान 38 नागरिकों और 91 जवानों की मौत हो गई थी. 257 आतंकियों को मार गिराया गया.
पूर्वोत्त भारत
पूर्वोत्तर भारत की बात करें तो यहां 2014 के मुकाबले 2018 में आतंकी हमलों और इन हमलों में आम नागरिकों की मौत में लगातार गिरावट हुई है. 2014 में 824 आतंकी हमले हुए थे वहीं 2018 में 252 हमले हुए.
नक्सली गतिविधियां
नक्सली गतिविधियों की बात करें तो 2014 में 1091 नक्सली वारदातें हुई. इस दौरान 222 आम नागरिकों, 88 सुरक्षाबलों को जान गंवानी पड़ी और 63 नक्सली मारे गए. 2015 में 1089 छोटी-बड़ी वारदातें देखने को मिली. इसमें 171 आम नागरिकों और 59 सुरक्षाबलों के जवानों की मौत हो गई. सुरक्षाबलों ने 89 नक्सलियों को ढेर कर दिया.
2016 में 1048 नक्सली वारदातों का सामना करना पड़ा. इस दौरान 213 आम नागरिकों और 65 सुरक्षाबलों के जवानों की मौत हो गई और 222 नक्सली मारे गए. 2017 में 908 नक्सली घटनाएं हुई और इसमें 188 नागरिकों और 75 जवानों की मौत हो गई. इस साल 136 नक्सलियों को मार गिराया गया. 2018 में 833 नक्सली वारदातों में 173 आम नागरिकों और 67 जवानों की मौत हुई. वहीं सुरक्षाबलों ने 225 नक्सलियों को ढेर कर दिया.