पंचकूला: बलात्कारी बाबा राम रहीम सिंह की सबसे बड़ी राज़दार हनीप्रीत इंसा पुलिस जांच में सहयोग नहीं कर रही है. पुलिस कमिश्नर ने कहा है कि हनीप्रीत पुछताछ में गुमराह कर रही है. उन्होंने बताया कि हनीप्रीत भठिंडा में कुछ दिन रही थी और उसने जो घर बताया है वह उस घर में नहीं रही.


आदित्य इंसा और बाकी आरोपियों की तलाश तेज


पुलिस कमिश्नर ए.एस चावला ने आज प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया, ‘’हनीप्रीत पुलिस को जांच में सहयोग नहीं कर रही है. वह लगातार पुछताछ में पुलिस को गुमराह कर रही है.’’ यहां क्लिक कर पढ़ें पूरी खबर


पुलिस कमिश्नर ए.एस चावला ने आगे बताया, ‘’ये हाईप्रोफाइल केस है. हम लगातार डेरे के प्रवक्ता आदित्य इंसा और बाकी आरोपियों की तलाश के लिए रेड कर रहे हैं.  आदित्य इंसा के खिलाफ एओसी जारी हुई है. हमारी छानबीन में उसके बाहर जाने की बात सामने नहीं आई है. वह देश में ही है.’’ हनीप्रीत से तीसरे दिन भी पूछताछ जारी है.


 

हार्ड डिस्क से डेरे में पैसा और हथियार होने का हुआ खुलासा 

पुलिस लगातार उससे पूछताछ कर रही है ताकि पता लगाया जा सके कि 38 दिन तक वो कहां थी और साजिश कैसे रची. हनीप्रीत लगातार रटा रटाया जवाब दे रही है कि मुझे कुछ नहीं पता. अभी तक की जांच में हरियाणा पुलिस को डेरा से कंप्यूटर की टूटी हुई हार्ड डिस्क मिली है. इस हार्ड डिस्क से डेरे में पैसा और हथियार होने का खुलासा हुआ है.


पुलिस ने पूछताछ के बाद किया बड़ा खुलासा


पुलिस के मुताबिक हनीप्रीत ने हिंसा फैलाने के लिए डेरा समर्थकों के बीच सवा करोड़ रुपये बांटे थे. इस सवा करोड़ में से एक करोड़ रुपये खर्च हो चुके हैं जबकि 24 लाख एक आरोपी से पकड़ा गया है. हनीप्रीत के खिलाफ पुलिस को कई सबूत मिले हैं और कई सबूतों की तलाश है.


CAUGHT ON CAMERA: लॉकअप में हनीप्रीत, जमीन पर सोने के लिए मिली दरी



राम रहीम की सजा पर फैसले से पहले पंचकूला में जो हिंसा भड़की थी उसको भड़काने के पीछे हनीप्रीत का हाथ होने का आरोप है. राम रहीम दो साध्वियों से रेप के आरोप में 20 साल की जेल की सजा काट रहा है. 25 अगस्त को उसकी सजा का एलान हुआ था और तभी से हनीप्रीत फरार थी. पुलिस ने हनीप्रीत को तीन अक्टूबर को गिरफ्तार किया था.