5000 KM से भी ज्यादा मारक क्षमता, 1360 किलो के हथियार ले जाने में सक्षम, भारत की ‘ब्रह्मास्त्र’ अग्नि-5 मिसाइल ऐसे चीन-पाक को कर देगी बेदम
अग्नि 5 मिसाइल की मारक क्षमता 5,400 किलोमीटर से भी ज्यादा है. यह मिसाइल 1360 किलो तक के हथियार ले जाने में भी सक्षम है.
Agni-V Ballistic Missile: तवांग में चीनी सेना सेना के साथ झड़प के बाद भारत ने गुरुवार (15 दिसंबर) को अग्नि 5 बैलिस्टिक मिसाइल का सफल (Agni-V Ballistic Missile) परीक्षण किया है. भारत की ताकत अब पहले से और भी ज्यादा बढ़ गई है. इस मिसाइल की मारक क्षमता 5,400 किलोमीटर से भी ज्यादा है. 1360 किलो तक के हथियार ले जाने में भी सक्षम है.
भारत के रक्षा मंत्रालय के सूत्रों ने गुरुवार को कहा, "मिसाइल पर नई तकनीकों और उपकरणों को मान्य करने के लिए परीक्षण किया गया था. परीक्षण से यह साबित हुआ है कि मिसाइल अब पहले की तुलना में अधिक दूर लक्ष्य को भेद सकती है. अग्नि-5 परियोजना का उद्देश्य चीन के खिलाफ भारत की परमाणु प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाना है, जिसके पास डोंगफेंग-41 जैसी मिसाइल होने की जानकारी है, जिसकी मारक क्षमता 12,000-15,000 किलोमीटर के बीच है."
अपनी सैन्य शक्ति को बढ़ा रहा भारत
परमाणु सक्षम बैलिस्टिक मिसाइल को ओडिशा के तट से दूर अब्दुल कलाम द्वीप से परीक्षण किया गया. भारत पिछले कुछ सालों में लगातार अपनी समग्र सैन्य शक्ति को बढ़ा रहा है. इस अवधि के दौरान देश ने कई मिसाइल का सफल परीक्षण किया है.
अग्नि 5 मिसाइल की है ये नौवीं उड़ान
रक्षा मंत्रालय के सूत्रों ने कहा, "यह अग्नि 5 मिसाइल की नौवीं उड़ान है. इस मिसाइल का 2012 में पहली बार परीक्षण किया गया था. अभी हाल ही का अग्नि 5 मिसाइल परीक्षण तवांग में चीनी सेना के साथ झड़पों के कुछ दिनों बाद किया गया है. हालांकि इस मिसाइल के परीक्षण की योजना पहले बनाई गई थी. भारत ने पहले ही लंबी दूरी की मिसाइल का परीक्षण करने के अपने इरादे की घोषणा की थी और अरुणाचल के तवांग में हुई घटना से काफी पहले नोटम या एयरमेन को नोटिस जारी किया था."
तवांग सेक्टर में चीनी सेना के साथ झड़प
अरुणाचल में घुसपैठ के साथ चीन ने पिछले हफ्ते एलएसी पर एकतरफा रूप से यथास्थिति को बदलने की कोशिश की थी. इस घटना पर दोनों पक्षों के सैनिक घायल हो गए थे. सरकार ने कहा था कि चीन के प्रयास सफलतापूर्वक नाकाम कर दिया गया.
इसके पहले पूर्वी लद्दाख में चीनी सेना के साथ हुई थी खूनी झड़प
वहीं, इस घटना को 2020 में जून महीने के दौरान पूर्वी लद्दाख में हुई खूनी झड़प की तरह ही माना जा रहा है. लद्दाख की गलवान घाटी में 20 भारतीय सैनिक शहीद हो गए थे. इस झड़प में कई चीनी सैनिक मारे गए थे.