महाराष्ट्र में कैसे बन सकती है सरकार? 9 नवंबर तक नहीं बनी बात तो लग सकता है राष्ट्रपति शासन
चुनाव का परिणाम आए करीब 15 दिन हो गए लेकिन महाराष्ट्र में भाजपा और शिवसेना के बीच अभी तक सरकार बनाने को लेकर फैसला नहीं हो पाया है.
नई दिल्ली: चुनाव का परिणाम आए करीब 15 दिन हो गए लेकिन महाराष्ट्र में भाजपा और शिवसेना के बीच अभी तक सरकार बनाने को लेकर फैसला नहीं हो पाया है. अगले दो दिनों में अगर दोनों पार्टियों के बीच सुलह का कोई रास्ता नहीं निकला तो राज्य में राष्ट्रपति शासन लग जाएगा. दरअसल 9 नवंबर को विधानसभा का कार्यकाल खत्म हो रहा है और इससे पहले सरकार का गठन जरूरी है. अगर 9 तारीख तक कोई पार्टी सरकार नहीं बना पाएगी तो राष्ट्रपति शासन लग जाएगा.
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क्यों अटकी बात
शिवसेना और भाजपा लंबे वक्त से गठबंधन में हैं लेकिन इस बार मामला सधता दिख नहीं रहा है क्योंकि शिवसेना 50-50 फॉर्मूले पर अड़ गई है. भाजपा और शिवसेना दोनों ही अपने विधायकों के साथ बैठक कर चुके हैं और कोई भी सीएम पद पर झुकने को तैयार नहीं है.
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अब क्या हो सकता है
1. दोनों पार्टियों के बीच पेंच सीएम पद को लेकर है और अगर शिवसेना और भाजपा के बीच बात बन जाती है तो गतिरोध खत्म हो जाएगा.
2. एनसीपी, कांग्रेस और शिवसेना एक साथ आ जाएं तो भी सरकार का गठन किया जा सकता है, हालांकि इसकी संभावना कम ही है.
3. भाजपा और एनसीपी एक साथ आकर भी सरकार बना सकते हैं.
4. भाजपा निर्दलीयों को साथ लेकर सरकार बनाने का दावा पेश करे और फ्लोर टेस्ट के वक्त एनसीपी वॉकआउट कर दे.
5. इसके अलावा राज्यपाल सबसे बड़े दल को सरकार बनाने के लिए आमंत्रित कर सकते हैं.
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होटल में विधायक
उद्धव ठाकरे की अध्यक्षता में उनके बांद्रा स्थित आवास “मातोश्री” में हुई पार्टी के विधायकों की बैठक समाप्त होने के बाद, सभी विधायक रंगशारदा होटल गए, जो पार्टी प्रमुख के आवास के नजदीक ही स्थित है. सरकार गठन को लेकर अनिश्चितता और विधायकों के दल-बदल की आशंका के बीच इन विधायकों को इस होटल में ठहराया गया है. शिवसेना के राज्यसभा सदस्य संजय राउत ने कहा कि सरकार गठन पर शिवसेना के रुख में कोई बदलाव नहीं आया है. सभी विधायक उद्धव का समर्थन करते हैं.
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राज्यपाल से मिले महाधिवक्ता
288 सदस्यीय विधानसभा के लिए हुए चुनावों में भाजपा को 105 सीटें, शिवसेना को 56, एनसीपी को 54 और कांग्रेस को 44 सीटें मिली थीं. भाजपा और शिवसेना मुख्यमंत्री पद के मुद्दे पर उलझी हुई हैं जिससे 24 अक्टूबर को आए विधानसभा चुनाव के नतीजों में गठबंधन को 161 सीट मिलने के बावजूद सरकार गठन को लेकर गतिरोध बना हुआ है. इस बीच महाराष्ट्र के महाधिवक्ता आशुतोष कुंभकोणि ने राजभवन में राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी से मुलाकात की.