जानिए- क्यों राजधानी में कोरोना होता जा रहा है खतरनाक, कैसे बीते दिनों में मामले और मौत ने तोड़े सारे रिकॉर्ड
दिल्ली में कोरोना संक्रमण के चलते 1 नवबंर से 11 नवंबर के बीच 768 लोगों की मौत हो गई है. जबकि, सिर्फ अक्टूबर में ही राजधानी में कोरोना ने 1,124 लोगों की जान ले ली. दिल्ली में कोविड-19 संक्रमण की दर बढ़कर 11.71 फीसदी हो गई है जबकि ठीक होने की दर 89.19 प्रतिशत है.
राजधानी दिल्ली में कोरोना वायरस दिनोंदिन खतरनाक रूप लेता जा रहा है. कोरोना के चलते यहां पर लोगों के मरने वालों की संख्या रोज बढ़ती जा रही है. सरकार की तरफ से राजधानी में कोरोना को काबू करने के तमाम दावों के बीच गुरुवार को दिल्ली में रिकॉर्ड 104 लोगों ने इस महामारी से दम तोड़ दिया जबकि, 7 हजार 53 नए मामले सामने आए हैं. राजधानी में कोरोना की हालत ये हो गई है कि पहली बार इसके मामले आठ हजार को पार कर गए. यहां पर कुल संक्रमितों की संख्या बढ़कर 4 लाख 67 हजार 028 हो गई है, जबकि मरने वालों की कुल संख्या बढ़कर 7,332 हो गई है. यानी, 12 नवंबर के आंकड़ों के मुताबिक, दिल्ली में कोरोना के 43,116 एक्टिव केस हैं.
दिल्ली में 1 नवंबर से 11 नवंबर तक 768 की मौत
दिल्ली में कोरोना संक्रमण के चलते 1 नवबंर से 11 नवंबर के बीच 768 लोगों की मौत हो गई है. जबकि, सिर्फ अक्टूबर में ही राजधानी में कोरोना ने 1,124 लोगों की जान ले ली. दिल्ली में कोविड-19 संक्रमण की दर बढ़कर 11.71 फीसदी हो गई है जबकि ठीक होने की दर 89.19 प्रतिशत है. यहां पर एक्टिव केस के मामले बढ़कर 9.23 फीसदी गई है तो वहीं मौत की दर बढ़कर 1.57 हो गई. अचानक से कोरोना के मामलों में इस तरह की अचानक बढ़ोत्तरी का सबसे बड़ा कारण प्रदूषण के बढ़ते स्तर और त्योहारी सीजन को माना जा रहा है.
कोरोना पर दिल्ली हाईकोर्ट की केजरीवाल सरकार को फटकार
दिल्ली में लगातार बढ़ते कोरोना के मामलों के देखते हुए दिल्ली हाईकोर्ट ने बुधवार को दिल्ली सरकार को कड़ी फटकार लगाई और पूछा कि उसने इसे काबू करने के लिए क्या इंतजाम किए. हाईकोर्ट ने कहा कि दिल्ली कोरोना के मामले में केरल और महाराष्ट्र को पीछे छोड़ रही है. कोर्ट ने कहा कि दिल्ली में ताजा सीरो सर्वे रिपोर्ट से इस बात का संकेत मिलता है कि यहां पर ‘कोई भी घर संक्रमण से अछूता’ नहीं बचा है.
कोरोना काबू करने को दिल्ली सरकार ने उठाए कदम
कोरोना के रोज आ रहे रिकॉर्ड मामले को देखते हुए स्थिति को काबू में करने के लिए दिल्ली सरकार ने ‘टारगेटेड टेस्टिंग’ शुरू की है. त्योहारी भीड़ के देखते हुए दुकानदारों, रेस्टुरेंट के कर्मचारियों को आरटी-पीसीआर टेस्ट्स कराए जा रहे हैं. दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येन्द्र जैन ने कहा, “पिछले पीक के मुकाबले इस बार तीन गुणा ज्यादा टेस्ट्स किए जा रहे हैं. इसमे कोई शक नहीं है कि कोरोना का तीसरा दौर पीक पर है. हम उम्मीद करते हैं कि अगले कुछ दिनों में कोरोना के मामलों में कमी आएगी.”
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