कोरोना के डेल्टा वेरिएंट का खतरा बढ़ा, जानिए कैसे दुनियाभर में तेजी से फैल रहा है ये वायरस
कोरोना मामलों में गिरावट दर्ज की जा रही है, लेकिन पॉजिटिविटी रेट ज्यादा है. खासतौर से देश के पूर्वोत्तर और दक्षिणी राज्यों के कई जिलों में. इनमें से ज्यादातर मामले डेल्टा वेरिएंट के कारण हो सकते हैं
कोरोना का डेल्टा वेरिएंट पहली बार साल 2020 के अंत में भारत में पहचाना गया था. अब ये वेरिएंट प्रमुख तनाव का कारण बन गया है और कम से कम 111 देशों में फैल गया है. कोविड वायरस का डेल्टा वेरिएंट अपने पूर्ववर्ती अल्फा वेरिएंट से 40 से 60 फीसदी ज्यादा संक्रामक है और यह अब तक ब्रिटेन, अमेरिका, सिंगापुर आदि देशों में फैल चुका है.
कोविड-19 के बी.1.617.2 को डेल्टा वेरिएंट कहा जाता है. पहली बार इसकी शिनाख्त भारत में अक्टूबर 2020 में की गई थी. रिपोर्ट्स के अनुसार, हमारे देश में दूसरी लहर के लिए यही प्रमुख रूप से जिम्मेदार है. आज नए कोविड के 80 फीसदी मामले इसी वेरिएंट की देन हैं. यह महाराष्ट्र में उभरा और वहां से घूमता हुआ पश्चिमी राज्यों से होता हुआ उत्तर की ओर बढ़ा. फिर देश के मध्य भाग में और पूर्वोत्तर राज्यों में फैल गया.
आखिर कैसे तेजी से फैल रहा है ये वेरिएंट
वायरस ने आबादी के उस हिस्से को संक्रिमत करना शुरू किया है, जो हिस्सा सबसे जोखिम वाला है. संक्रमित के संपर्क में आने वालों को भी वह पकड़ता है. आबादी के एक बड़े हिस्से को संक्रमित करने के बाद वह कम होने लगता है और जब संक्रमण के बाद पैदा होने वाली रोग-प्रतिरोधक क्षमता कम होने लगती है, तो वह फिर वार करता है. अगर नए और ज्यादा संक्रमण वाले वेरिएंट पैदा हुए, तो मामले बढ़ सकते हैं. दूसरे शब्दों में कहें, तो अगली लहर उस वायरस वेरिएंट की वजह से आएगी, जिसके सामने आबादी का अच्छा-खासा हिस्सा ज्यादा कमजोर साबित होगा.
डेल्टा प्लस वैरिएंट (एवाई.1 और एवाई.2) अब तक 11 राज्यों में 55-60 मामलों में देखा गया है. इन राज्यों में महाराष्ट्र, तमिलनाडु और मध्य प्रदेश शामिल हैं. एवाई.1 नेपाल, पुर्तगाल, स्विट्जरलैंड, पोलैंड, जापान जैसे देशों में भी मिला है. इसके बरक्स एवाई.2 कम मिलता है. वेरिएंट की संक्रामकता, घातकता और वैक्सीन को चकमा देने की क्षमता आदि का अध्ययन चल रहा है. ये बात नेशनल टेक्निकल एडवाइजरी ग्रुप ऑन इम्यूनाइजेशन (एनटीएजीआई) के कोविड-19 वकिर्ंग ग्रुप के प्रमुख अरोड़ा ने कही है.
अमेरिका डेल्टा वैरिएंट के कारण यात्रा पर प्रतिबंध जारी रखेगा
डेल्टा वेरिएंट के बढ़ते मामलों के कारण अमेरिका मौजूदा यात्रा प्रतिबंधों को देश में जारी रखेगा. अमेरिका वर्तमान में अधिकांश गैर-नागरिकों के प्रवेश पर रोक लगा रहा है जो पिछले 14 दिनों के भीतर ब्रिटेन, यूरोपीय शेंगेन क्षेत्र, आयरलैंड, चीन, ईरान, दक्षिण अफ्रीका, ब्राजील और भारत में रहे हैं. अमेरिका, कनाडा और मैक्सिको के साथ अपनी सीमाओं के पार गैर-आवश्यक यात्रा प्रतिबंध भी जारी रख रहा है.
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