कोरोना वायरस का स्ट्रेन कितना खतरनाक हो सकता है? AIIMS के डॉक्टर से जानिए
भारत में कोरोना वायरस के नये स्ट्रेन मामले सामने आने के बाद तनाव का माहौल बन गया है. नया स्ट्रेन कितना खतरनाक हो सकता है इस मामले में एम्स में कम्यूनिटी मेडिसिन डॉ संजय राय से बात की गई.
दिल्ली: भारत में यूके का नया कोरोना वायरस आ चुका है. स्वास्थ्य मंत्रालय ने इसकी जानकारी दी की पिछले दिनों में आए 33 हजार यात्रियों मे से 114 पॉजिटिव आए थे जिसमें से 6 यूके के नए स्ट्रेन से पॉजिटिव हुए है. इन सबको राज्य सरकार के हैल्थ फैसिलिटी में अलग से आइसोलेट किया गया है.
भारत में भी यूके के कोरोना वायरस के नए वेरिएंट ने दस्तक दे दी है. यूके से आए 6 यात्रियों के जीनोम सीक्यूनेसिंग टेस्ट से इस बात की पुष्टि हुई है. कितना खतरनाक हो सकता है ये यूके के कोरोना वायरस का नया वेरिएंट इस पर एबीपी न्यूज ने एम्स में कम्यूनिटी मेडिसिन के डॉ संजय राय से बात की.
कितना घातक हो सकता है ये यूके का नया वेरिएंट?
संजय राय ने कहा, "जो भी एविडेंस अभी तक सामने आया है कि उसके मुताबिक ये वायरस जो है इसमे इन्फेक्शन ज्यादा तेजी से फैलता है. इसमें इंफेक्शन की गति ज्यादा है. सिवियरिटी ज्यादा करता है इसका कोई एविडेंस नहीं है. तो ज्यादा तेज गति से अगर यह करता है तो कहीं भी आएगा तो ज्यादा तेज गति से होने की संभावना है. लेकिन इसका एक दूसरा पहलू यह है कि पहले से जिने नेचुरल इंफेक्शन हो चुका है अगर उनमें एंटीबॉडी डिवेलप हुई है वह उससे प्रोटेक्टेड हो. क्योंकि अभी तक हमें नहीं पता कि उससे उसे प्रोटेक्शन है या नहीं."
उन्होंने आगे कहा, "उसी तरह वैक्सीन के लिए भी काम करेगा या नहीं. लेकिन अभी हम मान कर चल रहे हैं जो वैक्सीन हम दे रहे हैं वह काम करेगा. तभी हम मान कर चल रहे हैं जो नेचुरल इंफेक्शन है वह प्रोटेक्ट करेगा तो उस तेज गति से होने की संभावना बहुत कम है. अगर नहीं प्रोटेक्ट कर रहा है तो तेज गति से हो सकता है. तो इसके लिए एविडेंस इकट्ठा करने की जरूरत है जो हमारे पास अभी इतने नहीं है."
6 लोगों में अभी तक पुष्टि हुई है, बहुत सारे लोग आए हैं यूके से उनके टेस्ट और जिनोम सीक्वेंसिंग हो रही है. तो आपको लगता है कि दोबारा से कोई लहर सकती है?
संजय राय ने कहा, "तेजी से फैलता है. काफी जगहों पर बड़े शहरों में खासतौर पर मुंबई, चेन्नई इंफेक्शन यहां काफी लोगों को हो भी चुका है. अगर हम 25 से 30 फीसदी लोगों को मान ले कि वह इंफेक्शन हो चुका है तो एक पॉपुलेशन इम्यून है. कुछ समय के लिए हम कह सकते हैं इम्यून है. जब पूरी की पूरी पॉपुलेशन एड्रेस कहती है जब कुछ नहीं हुआ होता है तो उस समय बहुत तेजी से फैलता है. उतनी तेजी से फैलने की संभावना कम है."
"अगर बिल्कुल ही नया वायरस है और पूरी तरह से नया रूप ले चुका है जिसका की पुराने वाले वायरस से बिल्कुल अलग है तो हो सकता है. पूरे देश में फैल सकता है कुछ भी हो सकता है जिसकी संभावना भी कम है. इसलिए घबराने की जरूरत नहीं है."
घबराने की जरूरत नहीं है?
उन्होंने कहा कि "डरने की जरूरत नहीं है इसका मतलब यह नहीं जो सावधानी हम बरत रहे हैं इसकी रोकथाम के लिए उसको खत्म कर दें. जब तक इसको लेकर कोई एविडेंस नहीं आ जाता तब तक सभी मैसर्स जैसे फ्लाइट बंद करना उनको इन्वेस्टिगेट करना और एविडेंस जनरेट करना और उसके बाद ही एक्शन लेना चाहिए. अब तक जो कदम उठाए गए हैं वह ठीक हैं और आगे बढ़ते हुए हमें और एविडेंस जमा करने होंगे."
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